नई दिल्ली, 5 जून
बुधवार को भारतीय इक्विटी सूचकांक हरे रंग में थे क्योंकि भारत VIX 27 प्रतिशत टूट गया।
दोपहर के समय, सेंसेक्स 1,281 अंक या 1.75 प्रतिशत बढ़कर 73,360 पर, इंट्राडे हाई 73,851 पर था। निफ्टी 392 अंक या 1.79 प्रतिशत बढ़कर 22,277 पर था, जो 22,445 के इंट्राडे हाई के साथ था।
भारत VIX या डर सूचकांक (जो बाजार की अस्थिरता का संकेत देता है) 27 प्रतिशत से अधिक गिरकर 19.32 पर है।
मंगलवार को, जब अप्रत्याशित चुनाव परिणाम के कारण बाजारों में भारी गिरावट देखी गई, तो भारत VIX लगभग 44 प्रतिशत उछल गया। निफ्टी एफएमसीजी इंडेक्स बाजार का टॉप गेनर है और इसमें 4.68 फीसदी का उछाल आया।
अन्य सूचकांक, फार्मा, आईटी और वित्तीय सेवा 3.5 प्रतिशत तक बढ़े। पीएसई और पीएसयू बैंक प्रमुख घाटे में हैं।
सेंसेक्स पैक में एचयूएल, एमएंडएम, एशियन पेंट्स, कोटक महिंद्रा बैंक, नेस्ले, एचसीएल टेक, इंडसइंड बैंक, बजाज फाइनेंस और टेक महिंद्रा प्रमुख लाभ में हैं। बीएसई बेंचमार्क में एसबीआई, पावर ग्रिड और एलएंडटी ही हारे हुए हैं।
अमीषा वोरा, अध्यक्ष एवं अध्यक्ष प्रभुदास लीलाधर के एमडी ने कहा, "परिणामस्वरूप, बाजार 'मोदी प्रीमियम' को कम कर देंगे, जिससे पीएसयू और इंफ्रा शेयरों में सुधार होगा। एक बार जब यह अशांति स्थिर हो जाएगी, तो ध्यान भारत को प्रभावित करने वाले मुख्य मैक्रो कारकों पर केंद्रित हो जाएगा। निवेशकों को तैयार रहना चाहिए अल्पावधि में अस्थिरता, लेकिन भारत की विकास कहानी के अंतर्निहित बुनियादी तत्व मजबूत बने हुए हैं।"