बुधवार को जारी क्रिसिल की रिपोर्ट के अनुसार, सरकार द्वारा स्वच्छ ईंधन के लिए जारी प्रयासों के कारण, चालू वित्त वर्ष के अंत तक संपीड़ित प्राकृतिक गैस (सीएनजी) वाहनों की घरेलू वार्षिक बिक्री 1.1 मिलियन इकाई तक पहुंचने का अनुमान है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि इससे भारत में सीएनजी वाहनों की संख्या 7.5 मिलियन हो जाएगी, जो वित्त वर्ष 2016 के 2.6 मिलियन से तीन गुना अधिक है, तथा लगभग 12 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) में तब्दील हो जाएगी।
सीएनजी अवसंरचना के विस्तार से इसकी तीव्र वृद्धि को बल मिला है, जिसके तहत वित्त वर्ष 2016 में फिलिंग स्टेशनों की संख्या 1,081 से बढ़कर 7,400 से अधिक हो जाएगी, जो 24 प्रतिशत की सीएजीआर दर्ज करेगी।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सीएनजी यात्री वाहनों की बढ़ती बिक्री से कुल यात्री वाहन आबादी में उनकी पैठ इस वित्त वर्ष के अंत तक बढ़कर 15-16 प्रतिशत हो गई है, जबकि वित्त वर्ष 2016 में यह 5.6 प्रतिशत थी।
सीएनजी कार के 30 से अधिक वेरिएंट उपलब्ध हैं, जबकि कुछ समय पहले इनकी संख्या एकल अंकों में थी, जिससे विविध उपभोक्ता प्राथमिकताओं की पूर्ति हुई है, तथा इसे अपनाने में तेजी आई है।