नई दिल्ली, 5 जून
लोकसभा नतीजों के अप्रत्याशित नतीजों के कारण निवेशक शेयर बाजारों को लेकर चिंतित हैं, जिसके कारण 4 जून को भारतीय इक्विटी बेंचमार्क में भारी गिरावट आई।
बाजार विशेषज्ञों के मुताबिक, आने वाले दिनों में अस्थिरता रह सकती है लेकिन लंबी अवधि में बाजार सकारात्मक रिटर्न देगा। बुधवार को सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में तेजी आई।
निवेशकों को लार्जकैप और सही मूल्य वाले शेयरों पर ध्यान देना चाहिए। उन्होंने कहा, 'नई सरकार बनते ही बाजार में स्थिरता लौट आएगी।'
यस सिक्योरिटीज के कार्यकारी निदेशक अमर अंबानी ने कहा, "भारतीय इक्विटी वैल्यूएशन पहले से ही काफी समृद्ध था, और चुनाव परिणाम के दिन ने बाजार को खुद को सही करने का सही कारण प्रस्तुत किया। बस, हम अब भी बाजार गुणकों पर कहां खड़े हैं, इसके आधार पर, मैं कहूंगा उन्होंने कहा, 'एक और 10 प्रतिशत सुधार से इनकार नहीं किया जा सकता है, लेकिन चुनाव नतीजों के आधार पर समायोजन किया जाता है, अगर एनडीए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अगली सरकार बना रहा है, तो बाजार काफी हद तक आश्वस्त रहेगा।'
आनंद राठी समूह के सह-संस्थापक और उपाध्यक्ष प्रदीप गुप्ता ने कहा कि चुनाव परिणामों पर बाजार की तात्कालिक प्रतिक्रिया अस्थिर रही है, लेकिन समग्र दीर्घकालिक दृष्टिकोण सकारात्मक बना हुआ है, खासकर अगर नीतिगत निरंतरता बनी रहे।
उन्होंने कहा, "निवेशकों को सूचित रहने, बुनियादी बातों पर ध्यान केंद्रित करने और अल्पकालिक उतार-चढ़ाव के लिए तैयार रहने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है।"
बुनियादी ढांचे, रक्षा और पूंजीगत सामान जैसे क्षेत्रों को नीतिगत निरंतरता से लाभ होने की उम्मीद है और सरकार विकास परियोजनाओं पर ध्यान केंद्रित करती है।
विशेषज्ञों ने कहा कि आर्थिक उतार-चढ़ाव के खिलाफ स्थिरता और लचीलेपन के लिए लार्जकैप शेयरों को प्राथमिकता दी जाती है।