नई दिल्ली/चंडीगढ़, 27 जून
वीरवार को संसद के बाहर आम आदमी पार्टी (आप) के सभी सांसदों ने आप संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया और कहा कि यह जांच एजेंसियों का सरासर दुरूपयोग है।
'आप' सांसदों ने राष्ट्रपति के अभिभाषण का भी बहिष्कार किया और कहा कि राष्ट्रपति के प्रति हमारा पूरा सम्मान है लेकिन अभिभाषण सरकार द्वारा लिखा होता है। इसलिए हम इस कार्यक्रम में शामिल नहीं हो रहें।
संगरूर से आप सांसद गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि मोदी सरकार लोकतंत्र और संविधान की बड़ी-बड़ी बातें करती है लेकिन असल में इसके विपरीत पूरे देश में संविधान और लोकतंत्र को कुचला जा रहा है।
दिल्ली से लेकर पश्चिम बंगाल, झारखंड और महाराष्ट्र में जांच एजेंसियों का खुलेआम दुरूपयोग किया जा रहा है। दिल्ली के वर्तमान मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जेल में डाला गया। झारखंड के वर्तमान मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को जेल में डाला गया। हमारे शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया और स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन को गिरफ़्तार करके करीब दो साल से जेल में रखा गया है। आप सांसद संजद सिंह को बेवजह छह महीने जेल में रखा गया। यह देश के लोकतंत्र के लिए बहुत खतरनाक है।
उन्होंने कहा कि सीबीआई द्वारा अरविंद केजरीवाल को उस समय जल्दबाजी में गिरफ़्तार किया गया जब उन्हें सुप्रीम कोर्ट से जमानत मिलने की पूरी संभावना थी क्योंकि उन्हें ट्रायल कोर्ट से जमानत मिल गई थी। यह तानाशाही का बहुत बड़ा उदाहरण है।
उन्होंने कहा कि जांच एजेंसियों का दुरूपयोग देश के लोकतंत्र के लिए बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है। इसलिए प्रधानमंत्री को इसके दुरुपयोग पर रोक लगानी चाहिए और इस मामले पर अपना रूख स्पष्ट करना चाहिए। उन्हें अरविंद केजरीवाल के खिलाफ हो रहे अत्याचार पर भी बोलना चाहिए और उन्हें जल्द से जल्द रिहा करना चाहिए।
मीत हेयर ने कहा कि आज हमने अपनी पार्टी के स्तर पर अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन की शुरुआत की है। इंडिया गठबंधन के भी नेताओं से बातचीत हो रही है। उनके साथ भी इस मुद्दे पर चर्चा की जाएगी और उनके समर्थन से इस आवाज को आगे और बुलंद किया जाएगा।