नई दिल्ली, 02 जुलाई 2024
आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद और राष्ट्रीय संगठन महामंत्री डॉ संदीप पाठक ने दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अवैध गिरफ्तारी समेत दिल्ली और पंजाब के कई अहम मुद्दे संसद में उठाए। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए राज्यसभा सांसद संदीप पाठक ने कहा कि हमने राष्ट्रपति के अभिभाषण का बहिष्कार किया था। मैं आपको बताता हूं कि इस अभिभाषण में कोई विजन नहीं है, यह पूरे तरीके से खोखला है। किसी भी सरकार के कार्यकाल को देखकर यह कहा जाता है कि उस सरकार का लक्ष्य क्या है और वह सरकार क्या करना चाहती है? इस सरकार के एक भी विषय में कोई विजन नहीं दिखाई देता है। इनके पिछले 10 सालों में सिर्फ गुड़, गोबर, मंगलसूत्र, भैंस, मुजरा जैसी बातें सुनाई देती हैं। देश के प्रधानमंत्री के मुख से इस तरह की बातें शोभा नहीं देती।
संदीप पाठक ने आगे कहा कि मोदी सरकार का पिछले 10 सालों का कार्यकाल सिर्फ क्रोध, घृणा और अहंकार से भरा हुआ है। इतना ज्यादा अहंकार किसी के लिए भी अच्छा नहीं होता। अहंकार के वृक्ष पर सिर्फ विनाश का फल लगता है। इसी अहंकार के कारण ही इनको 300 से ज्यादा सीटों से 240 सीटों पर आने में समय नहीं लगा। प्रजातंत्र के कारण ही आज भारत को महान देश कहा जाता है। प्रजातंत्र का सबसे बड़ा आधार चुनाव होता है लेकिन आज चुनाव की प्रक्रिया को ही नष्ट करने की कोशिश की जा रही है। अगर आप भारत के चुनाव आयोग के अंदर ही निष्पक्षता नहीं रखेंगे तो आप निष्पक्ष चुनाव कैसे करा पाएंगे? अगर चुनाव में लगने वाले पैसों पर कोई रोक नहीं रहेगी तो देश का एक आम आदमी कैसे चुनाव लड़ेगा?
इलेक्टोरल बॉन्ड पर बोलते हुए संदीप पाठक ने कहा कि यह लोग इलेक्टोरल बॉन्ड लेकर आए। इलेक्टोरल बॉन्ड में 55 फ़ीसदी चंदा भाजपा को दिया जाता है। घाटे में चल रहीं 33 कंपनी ऐसी हैं जिन्होंने अपने कुल इलेक्टोरल बॉन्ड में से 75 फीसदी पैसा बीजेपी को दिया। यह चंदा जो भाजपा को गया उसके लिए कौन जिम्मेदार है? सुप्रीम कोर्ट ने कहा था कि इलेक्टोरल बॉन्ड असंवैधानिक है। इसपर सरकार ने कहा कि हम इसको रिवाइव करेंगे। सुप्रीम कोर्ट के हर ऑर्डर को आप रिवाइव करते हो और हर आदेश को कानून बनाकर पलट देते हो। इसमें प्रजातंत्र कहां है? आज देश में सिलेक्टिव इमरजेंसी लगी हुई है। चुनाव हारने के बाद भाजपा ने 11 राज्यों में खरीद-फरोख्त के मध्यम से अपनी सरकार बनाई। इसमें बिहार, कर्नाटक, महाराष्ट्र, गोवा, मध्य प्रदेश, उत्तराखंड और अरुणाचल प्रदेश समेत 11 राज्य शामिल हैं। यह इमरजेंसी नहीं है तो फिर क्या है?
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अवैध गिरफ्तारी पर बोलते हुए संदीप पाठक ने कहा कि आज से पहले तक चुनाव में जेल का कोई रोल नहीं होता था। चुनाव में आचार संहिता लगने के बाद अरविंद केजरीवाल जो कि एक चुने हुए मुख्यमंत्री हैं उनको जेल में भेज दिया जाता है। आचार संहिता लगने के बाद उनकी गिरफ्तारी की जाती है। आपके अंदर सामने से चुनाव लड़ने की हिम्मत नहीं है। आप पहले ईडी और सीबीआई का दुरुपयोग करते हो। उससे काम नहीं बनता तो आप सरकार को खरीदने और धमकाने का काम करते हो। उससे भी काम नहीं बनता तो आप एक मुख्यमंत्री को जेल में डाल देते हो। यह सिलेक्टिव इमरजेंसी नहीं है तो फिर क्या है?
उन्होंने आगे कहा कि अगला मुद्दा सरकारी अधिकारियों का है। जितने भी आईएएस और आईपीएस पढ़ाई करते हैं तो वह देश भावना के साथ पढ़ाई करते हैं। आज उनके ऊपर अनुचित दबाव बनाया जा रहा है। इतने दबाव में वह कहां से देश की सेवा कर पाएंगे? भाजपा की सरकार बनने के बाद से ईडी और सीबीआई ने जितने भी मामले दर्ज किए हैं उनमें 95 फीसदी मामले विपक्ष के नेताओं पर दर्ज किए गए हैं। ईडी और सीबीआई के निष्पक्षता और जवाबदेही जैसे असली उद्देश्य अब सिर्फ किताबों में ही लिखे रह गए हैं। पीएमएलए एक्ट पर बोलते हुए संदीप पाठक ने कहा कि भाजपा सरकार पीएमएलए एक्ट में सेक्शन 45 लेकर आती है जिसपर सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि यह असंवैधानिक है। सुप्रीम कोर्ट का आर्डर आने के बाद आप उसको रिवाइव करते हैं और पीएमएलए लेकर आते हैं। आप ईडी, सीबीआई और पीएमएलए को अपना हथियार बनाते हैं। आपके पास एक तरफ कानून आ गया और दूसरी तरफ एजेंसी आ गईं, फिर आप खुलकर विपक्षियों पर हमला करते हैं। न्यायपालिका में जब जज का चयन होता है तो उसमें भी अब इनको अपना सरकारी तंत्र चाहिए ताकि यह उसमें भी अपनी मनमानी कर सकें।
दिल्ली में पानी का मुद्दा उठाते हुए संदीप पाठक ने कहा कि इन्होंने दिल्ली का 100 एमजीडी पानी कम कर दिया। 28 लाख लोगों को भाजपा ने पानी के लिए तरसा दिया है। क्या हमारे देश की हालत यह हो गई है कि हम अपनी राजनीति के लिए लोगों का पानी रोकेंगे? पंजाब के हिस्से के 8000 करोड रुपए आप रखकर बैठे हुए हैं। 26 जनवरी के दिन आप पंजाब की झांकी को उसमें शामिल करने से मना कर देते हो। पंजाब दिन रात देश के लिए शहीदी दे रहा है। पंजाब देश का पेट पाल रहा है और भाजपा सरकार 26 जनवरी के दिन पंजाब की झांकी को शामिल करने से मना कर देती है। ऐसी स्थिति पर मुझे भाजपा पर धिक्कार है। मेरा भाजपा से कहना है कि क्रोध और अहंकार को त्याग दो। भगवान राम और रावण में एक ही अंतर था कि भगवान राम को अहंकार का ज्ञान था और रावण को ज्ञान का अहंकार था। मैं अनुरोध करता हूं कि भाजपा सरकार अपना अहंकार छोड़े और देश को आगे बढ़ाने के लिए एक साथ मिलकर काम करे। अगर यही अहंकार रहा तो आपका अंत सुनिश्चित है। पहले आप 300 से 240 सीटों पर आए। ईश्वर साक्षी है कि अगली बार आपको इतनी हाय और बददुआएं लगेंगी कि आपको 40 सीटों पर आते-आते देर नहीं लगेगी।