मुंबई, 4 जुलाई
प्रशंसित अभिनेता मनोज बाजपेयी ने अपनी प्रतिष्ठित अपराध फिल्म 'सत्या' के 26 साल पूरे होने का जश्न मनाया, जो 1998 में रिलीज हुई थी। उन्होंने फिल्म के सेट से कुछ पल भी साझा किए।
मनोज ने इंस्टाग्राम पर फिल्म की कई तस्वीरें साझा कीं, जिसमें पोस्टर और शेफाली शाह और अभिनेता पर फिल्माया गया लोकप्रिय गाना 'सपने में मिलती है' भी शामिल है।
राष्ट्रीय पुरस्कार विजेता स्टार ने तस्वीर को प्रतिष्ठित संवाद के साथ कैप्शन दिया: “मुंबई का किंग कौन? #26years0fSatya।”
मूल संवाद मनोज के चरित्र पर आधारित था: “मुंबई का किंग कौन? ...भीकू म्हात्रे।”
फ़िल्म की कई पंक्तियाँ जिनमें शामिल हैं: "पूछने के लिए ज़िंदा रहना ज़रूरी है," "मौका सभी को मिलता है," "हम उनके डर से फ़ायदा है...मौत से नहीं," और "अपने धंधे में वही जीता है।" ..जो पहला हाथ मरता है'' समेत कई अन्य का इस्तेमाल आज भी बोलचाल में हंसी-मजाक में किया जाता है।
राम गोपाल वर्मा द्वारा निर्देशित इस फिल्म को सौरभ शुक्ला और अनुराग कश्यप ने लिखा है। शुरुआत में इस फिल्म को एक एक्शन फिल्म बनाने की योजना बनाई गई थी, लेकिन बाद में कुछ अपराधियों से मुलाकात के बाद कथित तौर पर इसे गुंडागर्दी पर आधारित फिल्म में बदल दिया गया।
'सत्या', जो नौकरी की तलाश में मुंबई आने वाले एक आप्रवासी की कहानी है, भीकू म्हात्रे से दोस्ती करता है और मुंबई अंडरवर्ल्ड में शामिल हो जाता है, इसमें जे. डी. चक्रवर्ती, उर्मिला मातोंडकर, सौरभ शुक्ला, आदित्य श्रीवास्तव और परेश रावल भी हैं।