नई दिल्ली, 5 जुलाई
एमएसएमई मंत्रालय के उद्यम पंजीकरण पोर्टल के आंकड़ों के अनुसार, देश के सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यमों (एमएसएमई) द्वारा रिपोर्ट किया गया कुल रोजगार 20.2 करोड़ का आंकड़ा पार कर गया है।
पंजीकृत एमएसएमई में कार्यरत श्रमिकों की संख्या पिछले साल जुलाई में 12.1 करोड़ नौकरियों के आंकड़े से 66 प्रतिशत बढ़ गई है। इन उद्यमों में कार्यरत कुल श्रमिकों में 4.54 करोड़ महिला कर्मचारी हैं।
वर्तमान में उदयम के साथ 4.68 करोड़ एमएसएमई पंजीकृत हैं, जिनमें से 4.6 करोड़ सूक्ष्म उद्यम हैं जो रोजगार के बड़े हिस्से के लिए भी जिम्मेदार हैं। सूक्ष्म उद्यम वह है जिसमें संयंत्र और मशीनरी या उपकरण में निवेश एक करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है और कारोबार पांच करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है।
वित्त मंत्रालय ने इस साल की शुरुआत में एक मासिक आर्थिक रिपोर्ट में इस तथ्य पर भी प्रकाश डाला था कि जुलाई 2020 में सरकार द्वारा उद्यम पोर्टल लॉन्च करने के बाद से एमएसएमई क्षेत्र में कार्यरत श्रमिकों की संख्या 5.3 गुना बढ़ गई है।
सरकार ने इन उद्यमों के लिए पंजीकरण प्रक्रिया को सरल बना दिया है और प्रत्येक श्रेणी की परिभाषा भी स्पष्ट कर दी है ताकि वे रोजगार और आय को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न योजनाओं के तहत प्रोत्साहन का लाभ उठा सकें।
लघु उद्यम को ऐसे उद्यम के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें संयंत्र और मशीनरी या उपकरण में निवेश दस करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है और कारोबार पचास करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है; और
एक मध्यम उद्यम को ऐसे उद्यम के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसमें संयंत्र और मशीनरी या उपकरण में निवेश पचास करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है और कारोबार दो सौ पचास करोड़ रुपये से अधिक नहीं होता है।