मुंबई, 3 अगस्त
शनिवार को एक रिपोर्ट के अनुसार, एशिया-प्रशांत क्षेत्र में सीमा पार रियल एस्टेट निवेश में भारत पांचवें स्थान पर है, जिसने इस साल की पहली छमाही में क्षेत्र के भीतर कुल निवेश का 9 प्रतिशत आकर्षित किया है।
एक रिपोर्ट के अनुसार, APAC में कुल सीमा पार निवेश 11.5 बिलियन डॉलर तक पहुंच गया, जिसमें भारत को वैश्विक निजी इक्विटी निवेशकों से 3 बिलियन डॉलर प्राप्त हुए।
2024 की दूसरी छमाही में एशिया-प्रशांत में सीमा पार निवेश में 33 प्रतिशत से अधिक वृद्धि का अनुमान है।
रिपोर्ट के अनुसार, वर्ष की दूसरी छमाही में वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं में अपेक्षित बदलाव से अधिक विदेशी निजी इक्विटी खिलाड़ियों को देश के मजबूत घरेलू मैक्रोज़ का लाभ उठाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सकता है।
नाइट फ्रैंक इंडिया के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक शिशिर बैजल ने कहा, "निवेश का यह प्रवाह भारतीय रियल एस्टेट के प्रदर्शन को बढ़ावा देगा और उद्योग की संपत्ति की वृद्धि को बनाए रखेगा।"
कुल वैश्विक पूंजी आवंटन में कार्यालय क्षेत्र का हिस्सा 36 प्रतिशत था, जो वाणिज्यिक अचल संपत्ति परिसंपत्तियों की मजबूत अपील को दर्शाता है।
रिपोर्ट के अनुसार, निवेश हिस्सेदारी में 30 प्रतिशत हिस्सेदारी के साथ औद्योगिक क्षेत्र दूसरे स्थान पर रहा, जबकि आवासीय क्षेत्र को 15 प्रतिशत और खुदरा क्षेत्र को 10 प्रतिशत हिस्सेदारी मिली।
रिपोर्ट के अनुसार, सीमा पार पूंजी प्रवाह APAC में वाणिज्यिक अचल संपत्ति परिदृश्य को महत्वपूर्ण रूप से आकार दे रहा है, जिससे नए निवेश अवसरों की खोज हो रही है।