नई दिल्ली, 2 सितम्बर
केंद्र ने सोमवार को राष्ट्रीय राजमार्गों पर यातायात की निर्बाध आवाजाही के लिए जीआईएस-आधारित सॉफ्टवेयर के साथ लगभग 100 टोल प्लाजा को ट्रैक करने की घोषणा की।
टोल प्लाजा पर लाइव मॉनिटरिंग और ट्रैकिंग प्रणाली देश भर के शुल्क प्लाजा पर राष्ट्रीय राजमार्ग उपयोगकर्ताओं के लिए यातायात के मुक्त प्रवाह और परेशानी मुक्त टोलिंग अनुभव को सुनिश्चित करने में मदद करेगी।
सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय के अनुसार, इन टोल प्लाजा की पहचान 1033 राष्ट्रीय राजमार्ग हेल्पलाइन के माध्यम से प्राप्त भीड़भाड़ फीडबैक के आधार पर की गई है।
भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) ने कहा कि टोल प्लाजा पर वाहनों की कतार निर्धारित सीमा से अधिक होने पर लाइव मॉनिटरिंग और ट्रैकिंग प्रणाली भीड़भाड़ अलर्ट और लेन वितरण सिफारिशें प्रदान करेगी।
जीआईएस-आधारित सॉफ्टवेयर एनएचएआई द्वारा प्रवर्तित कंपनी भारतीय राजमार्ग प्रबंधन कंपनी लिमिटेड (आईएचएमसीएल) द्वारा विकसित किया गया है।
प्रारंभ में, NHAI ने वेब-आधारित सॉफ़्टवेयर पर लाइव निगरानी के लिए लगभग 100 टोल प्लाजा की पहचान की है। निगरानी सेवा को चरणबद्ध तरीके से अधिक टोल प्लाजा तक बढ़ाया जाएगा।
टोल प्लाजा का नाम और स्थान प्रदान करने के अलावा, सॉफ्टवेयर मीटर में कतार की लंबाई, कुल प्रतीक्षा समय और टोल प्लाजा पर वाहन की गति की लाइव स्थिति से संबंधित विवरण साझा करेगा।
एनएचएआई के अनुसार, यदि किसी टोल प्लाजा पर वाहनों की कतार निर्धारित सीमा से अधिक है, तो यह कंजेशन अलर्ट और लेन वितरण अनुशंसा भी प्रदान करेगा।
यह सॉफ्टवेयर एनएचएआई अधिकारियों को यातायात कतार और भीड़ के लिए प्रति घंटा, दैनिक, साप्ताहिक और मासिक आधार पर तुलनात्मक यातायात स्थिति विश्लेषण प्रदान करके अंतर्दृष्टि प्राप्त करने में मदद करेगा।
इस बीच, वित्त वर्ष 2023-24 में NHAI के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों पर टोल शुल्क संग्रह 54,811.13 करोड़ रुपये तक पहुंच गया। मंत्रालय ने पिछले वर्ष के दौरान राष्ट्रीय राजमार्गों के रखरखाव पर 6,523 करोड़ रुपये खर्च किए।