नई दिल्ली, 1 अक्टूबर
नवीनतम सरकारी आंकड़ों के अनुसार, वित्त वर्ष 2022-23 में विनिर्माण उद्योगों में कुल अनुमानित रोजगार में पिछले वर्ष की तुलना में 7.4 प्रतिशत की मजबूत वृद्धि देखी गई।
सांख्यिकी और कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) के आंकड़ों के अनुसार, रोजगार 2021-22 में 1.72 करोड़ से बढ़कर 2022-23 में 1.84 करोड़ हो गया - एक दशक से अधिक समय में इस क्षेत्र में सबसे अधिक वृद्धि।
इस क्षेत्र में सबसे अधिक लोगों को रोजगार देने वाले शीर्ष पांच राज्य तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात, उत्तर प्रदेश और कर्नाटक थे। कुल मिलाकर, इन राज्यों ने वर्ष 2022-23 में कुल विनिर्माण रोजगार में लगभग 55 प्रतिशत का योगदान दिया।
अप्रैल 2022 से मार्च 2023 तक उद्योगों के वार्षिक सर्वेक्षण (एएसआई) के नतीजों से पता चला कि औद्योगिक उत्पादन पिछले वर्ष की तुलना में 21 प्रतिशत से अधिक बढ़ गया।
निष्कर्षों के अनुसार, वर्ष 2021-22 की तुलना में वर्ष 2022-23 में सकल मूल्य वर्धित (जीवीए) मौजूदा कीमतों में 7.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
सर्वेक्षण से पता चला, “2021-22 की तुलना में 2022-23 में इस क्षेत्र में इनपुट में वृद्धि 24.4 प्रतिशत थी जबकि उत्पादन में 21.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई।”
वित्त वर्ष 2013 में निवेशित पूंजी, इनपुट, आउटपुट, जीवीए, रोजगार और मजदूरी जैसे अधिकांश महत्वपूर्ण आर्थिक मापदंडों के लिए इस क्षेत्र में वृद्धि देखी गई और यहां तक कि पूर्ण मूल्य के संदर्भ में पूर्व-महामारी स्तर को भी पार कर गया।
2022-23 में इस वृद्धि के मुख्य चालक बुनियादी धातु, कोक और परिष्कृत पेट्रोलियम उत्पादों, खाद्य उत्पादों, रासायनिक और रासायनिक उत्पादों और मोटर वाहनों के विनिर्माण जैसे उद्योग थे।
कुल मिलाकर, इन उद्योगों ने क्षेत्र के कुल उत्पादन में लगभग 58 प्रतिशत का योगदान दिया और 24.5 प्रतिशत की उत्पादन वृद्धि और 2.6 प्रतिशत की जीवीए वृद्धि देखी।