जयपुर, 1 अक्टूबर
बैंक अधिकारियों और अन्य लोगों द्वारा 60 लाख रुपये के कर्ज के कारण परेशान एक ही परिवार के तीन सदस्यों ने मंगलवार को बीकानेर में आत्महत्या कर ली। इनमें सात वर्षीय एक बच्ची भी शामिल है। आईजी ओम प्रकाश पासवान ने बताया कि जय नारायण व्यास कॉलोनी में रहने वाले राहुल मारू, उनकी पत्नी रुचि मारू और बेटी आराध्या (7) सहित एक ही परिवार के तीन सदस्य मंगलवार को कमरे में मृत पाए गए। आईजी पासवान ने बताया, "राहुल के बेटे चैतन्य (14) की हालत गंभीर है और उसे पीबीएम अस्पताल में भर्ती कराया गया है। तीनों के शवों को मोर्चरी में रखवा दिया गया है।
नोट में आत्महत्या का कारण कर्ज और बैंकों व अन्य लोगों द्वारा परेशान किया जाना बताया गया है।" उन्होंने बताया कि चैतन्य ने पुलिस को बताया कि उसके पिता ने सोमवार रात 10 बजे परिवार के सदस्यों को कोई दवा दी थी। "पापा ने सोमवार रात 10 बजे सभी को दवा दी थी। मैंने भी यह दवा ली थी, लेकिन रात को पढ़ते समय मुझे उल्टी हो गई। फिर मैं सो गया। सुबह 10 बजे जब उठा तो मां, पिता और बहन बिस्तर पर लेटे थे।
उनके मुंह से खून निकल रहा था।'' चैतन्य ने बताया कि उसने अपनी मौसी मनीषा और चाचा अशोक मारू को फोन किया। पहले मौसी आईं, फिर चाचा आए। मकान मालिक अभिषेक भी पास में ही रहता है। पड़ोसी भी आए और फिर हमने पुलिस को सूचना दी।'' राहुल मारू थोक दवा की दुकान चलाते थे, जबकि उनकी पत्नी रुचि को ब्रेन हेमरेज हो गया था। पत्नी की बीमारी के चलते उन्होंने करीब 60 लाख रुपए का कर्ज लिया था।
कर्ज चुकाने के लिए उन्होंने अपना मकान, कार और अन्य सामान भी बेच दिया था, लेकिन फिर भी पूरा कर्ज नहीं चुका पाए। बताया जा रहा है कि कर्जदार उन्हें परेशान कर रहे थे। मकान बेचने के बाद राहुल जय नारायण व्यास कॉलोनी में किराए के मकान में रह रहे थे।