नई दिल्ली, 5 अक्टूबर
सरकार ने शनिवार को कहा कि सतत विकास और नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की स्थिति को बढ़ावा देने के लिए केंद्रीय नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री प्रल्हाद जोशी 6 अक्टूबर से जर्मनी के तीन दिवसीय दौरे पर जाएंगे।
मंत्री 7-8 अक्टूबर तक 'हैम्बर्ग स्थिरता सम्मेलन' में भाग लेने के लिए तैयार हैं, और सतत विकास, ग्रीन हाइड्रोजन, कम लागत वाले वित्त और नवीकरणीय ऊर्जा मूल्य श्रृंखला घटकों में सहयोग को बढ़ावा देने के लिए द्विपक्षीय बैठकों की एक श्रृंखला आयोजित करेंगे।
नवीन और नवीकरणीय ऊर्जा मंत्रालय के अनुसार, यह यात्रा व्यापार के अवसर पैदा करने और भारत और दुनिया भर में नवीकरणीय ऊर्जा के विस्तार में तेजी लाने के लिए भारत-जर्मनी संबंधों को उन्नत करेगी।
मंत्रालय ने कहा कि यह यात्रा वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए अंतरराष्ट्रीय साझेदारी को बढ़ावा देने, सतत विकास और नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति भारत की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करेगी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-जर्मनी द्विपक्षीय संबंधों पर विशेष जोर दिया है. भारत और जर्मनी के नेताओं के बीच अंतर-सरकारी परामर्श इस महीने देश में निर्धारित है।
देश ने 2030 तक गैर-जीवाश्म ईंधन-आधारित ऊर्जा स्रोतों से 40 प्रतिशत संचयी विद्युत स्थापित क्षमता का अपना राष्ट्रीय स्तर पर निर्धारित योगदान (एनडीसी) लक्ष्य निर्धारित समय से नौ साल पहले 2021 में ही हासिल कर लिया था।