पटना, 5 अक्टूबर
बिहार पुलिस ने सारण में डोरीगंज थाने के पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करते हुए एक इंस्पेक्टर रैंक के अधिकारी समेत छह पुलिसकर्मियों को भ्रष्टाचार के आरोप में निलंबित कर दिया।
इन पुलिसकर्मियों में स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) राहुल रंजन और तेज नारायण सिंह, अजेश कुमार सिंह, सृजन मिश्रा, दीनदयाल राय, प्रभंजन कुमार और चौकीदार सुमन मांझी शामिल हैं। इन पर अवैध बालू ले जा रहे ओवरलोड ट्रकों से रिश्वत लेने और उन्हें अपने अधिकार क्षेत्र से गुजरने देने का आरोप है।
निलंबन के अलावा डोरीगंज में तैनात शेष 12 पुलिसकर्मियों को जिला पुलिस लाइन में रिपोर्ट करने का आदेश दिया गया है।
एसपी सारण ने इसमें शामिल सभी 18 पुलिसकर्मियों से स्पष्टीकरण भी मांगा है और उन्हें दूसरे थानों में स्थानांतरित करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
एसपी ने कहा, "कर्मियों पर वाहन जांच के दौरान दुर्व्यवहार करने का भी आरोप है, कथित तौर पर रिश्वत लेने के बाद उचित दस्तावेज के बिना वाहनों को छोड़ दिया।" निलंबित पुलिसकर्मी गंगा नदी पर आरा-छपरा वीर कुंवर सिंह पुल पर तैनात थे, जहां वे कथित तौर पर भ्रष्टाचार में लिप्त थे, जिसमें भोजपुर जिले से अवैध बालू ले जाने वाले ओवरलोड ट्रकों से रिश्वत लेना भी शामिल था।
भोजपुर जिले में सोन नदी के किनारे अजीमाबाद और कोइलवर ब्लॉक के बीच एक हिस्से में बालू खनन बड़े पैमाने पर होता है।
एसपी ने कहा, "हमें उनकी गतिविधियों के बारे में कई शिकायतें मिली हैं और आरोपों की जांच के लिए पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) रैंक के अधिकारी के नेतृत्व में एक जांच दल का गठन किया है। जांच में शिकायतों की पुष्टि हुई और एक रिपोर्ट सौंपी गई, जिसके बाद आरोपी अधिकारियों को तत्काल निलंबित कर दिया गया।"
उन्होंने दोहराया कि वाहनों से या किसी अन्य माध्यम से अवैध रूप से पैसे वसूलते पकड़े गए किसी भी पुलिसकर्मी को गंभीर परिणाम भुगतने होंगे।