मुंबई, 7 अक्टूबर
भाविश अग्रवाल की अगुवाई वाली ओला इलेक्ट्रिक का स्टॉक सोमवार को सुबह के कारोबार में लगभग 90 रुपये प्रति पीस तक गिर गया, क्योंकि परेशान ग्राहकों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फिर से इसके प्रमुख इलेक्ट्रिक दोपहिया वाहन के साथ असंख्य समस्याओं की बाढ़ ला दी।
ओला इलेक्ट्रिक का शेयर गिरकर 90.26 रुपये पर पहुंच गया, जो पिछले कारोबारी सत्र से 8.5 फीसदी की गिरावट है। ईवी कंपनी ने शेयर बाजार में 76 रुपये के साथ शुरुआत की और यहां तक कि 157.40 रुपये तक पहुंच गई, लेकिन इसके ई-स्कूटर के साथ असंख्य हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर मुद्दों और देश भर में इसके सेवा केंद्रों की खराब स्थिति के कारण इसकी कीमत ताश के पत्तों की तरह ढह गई।
ऑल टाइम हाई छूने के बाद से कंपनी का शेयर करीब 42-43 फीसदी नीचे कारोबार कर रहा है।
ईवी फर्म भारतीय ईवी बाजार में अपनी बाजार हिस्सेदारी खोती जा रही है और सितंबर में, बढ़ती प्रतिस्पर्धा के साथ-साथ इसके कमजोर सेवा केंद्रों के कारण इसकी हिस्सेदारी 27 प्रतिशत तक गिर गई। सरकारी परिवहन पोर्टल वाहन के अनुसार, पिछले महीने 24,665 ई-स्कूटर की बिक्री हुई, जबकि अगस्त में 27,587 यूनिट्स की बिक्री हुई थी।
ओला इलेक्ट्रिक के प्रतिद्वंद्वियों ने नए मॉडल लॉन्च किए हैं जिनकी कीमत ओला के करीब है, क्योंकि इसका प्रमुख एस1 सीरीज ईवी स्कूटर सैकड़ों ग्राहकों के लिए एक बुरा सपना बन गया है, जो लगातार खराब हार्डवेयर और गड़बड़ सॉफ्टवेयर जैसी समस्याओं का सामना कर रहे हैं और स्पेयर पार्ट्स मिलना मुश्किल है। जिसके परिणामस्वरूप अत्यधिक विलंब होता है।
व्यापार विश्लेषकों के अनुसार, स्टॉक वर्तमान में घाटे में चल रहा है और उच्च मूल्यांकन पर कारोबार कर रहा है।
एक पीड़ित ओला इलेक्ट्रिक ग्राहक ने पिछले महीने कर्नाटक में अपने शोरूम को आग लगा दी थी, क्योंकि कंपनी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर उसके ईवी स्कूटरों के बारे में शिकायतों की बाढ़ आ गई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, ओला इलेक्ट्रिक को मासिक तौर पर करीब 80,000 शिकायतें मिलती हैं।