नई दिल्ली, 9 अक्टूबर
सरकार ने बुधवार को बताया कि अप्रैल-जून तिमाही में भारत में इंटरनेट उपभोक्ताओं की कुल संख्या 954.40 मिलियन से बढ़कर 969.60 मिलियन हो गई, जो तिमाही आधार पर 1.59 प्रतिशत की वृद्धि है।
भारतीय दूरसंचार विनियामक प्राधिकरण (ट्राई) के आंकड़ों के अनुसार, 969.60 मिलियन इंटरनेट उपभोक्ताओं में से वायर्ड इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 42.04 मिलियन और वायरलेस इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 927.56 मिलियन है।
जून के अंत तक ब्रॉडबैंड इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 924.07 मिलियन से 1.81 प्रतिशत बढ़कर 940.75 मिलियन हो गई, जबकि नैरोबैंड इंटरनेट उपभोक्ताओं की संख्या 30.34 मिलियन से घटकर 28.85 मिलियन हो गई।
जून में वायरलाइन ग्राहकों की संख्या 33.79 मिलियन से बढ़कर 35.11 मिलियन हो गई, जबकि तिमाही वृद्धि दर 3.90 प्रतिशत रही। वायरलाइन टेली-घनत्व 2.41 प्रतिशत से बढ़कर 2.50 प्रतिशत हो गया, जबकि तिमाही वृद्धि दर 3.67 प्रतिशत रही।
ट्राई के अनुसार, इस अवधि में वायरलेस सेवा के लिए मासिक औसत राजस्व प्रति उपयोगकर्ता (एआरपीयू) 2.55 प्रतिशत बढ़कर 153.54 रुपये से 157.45 रुपये हो गया। वर्ष-दर-वर्ष आधार पर, अप्रैल-जून तिमाही में वायरलेस सेवा के लिए मासिक एआरपीयू में 8.11 प्रतिशत की वृद्धि हुई।
प्री-पेड एआरपीयू प्रति माह 150.74 रुपये से बढ़कर 154.80 रुपये हो गया और पोस्ट-पेड एआरपीयू प्रति माह भी 187.85 रुपये से बढ़कर 189.17 रुपये हो गया।
अखिल भारतीय औसत के अनुसार, प्रति माह प्रति ग्राहक कुल एमओयू (उपयोग के मिनट) 995 से 974 तक 2.16 प्रतिशत कम हो गए।
प्रति ग्राहक प्रीपेड एमओयू अब 1,010 है और प्रति ग्राहक पोस्टपेड एमओयू 539 है।
भारत में टेलीफोन ग्राहकों की संख्या अप्रैल-जून तिमाही में 1,199.28 मिलियन से बढ़कर 1,205.64 मिलियन हो गई, जो पिछली तिमाही की तुलना में 0.53 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज करती है, ट्राई ने कहा।
कुल सदस्यता में से ग्रामीण सदस्यता की हिस्सेदारी 44.52 प्रतिशत से बढ़कर 44.67 प्रतिशत हो गई।