चंडीगढ़, 14 अक्टूबर
विश्व मानक दिवस हर वर्ष 14 अक्टूबर को अनूठे विषय के साथ दुनिया भर में मनाया जाता है। इस वर्ष विश्व मानक दिवस, भारतीय मानक ब्यूरो, उत्तरी क्षेत्रीय कार्यालय, चंडीगढ़ द्वारा सोमवार 14 अक्टूबर, 2024 को जे.डब्ल्यू मैरियट सेक्टर-35, चंडीगढ़ में मनाया गया, जिसका इस वर्ष का विषय "एसडीजी 9: उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचा" था।
पंजाब सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री तेजवीर सिंह (आईएएस) कार्यक्रम के मुख्य अतिथि थे।
अतिथियों का स्वागत करते हुए, भारतीय मानक ब्यूरो के उत्तरी क्षेत्रीय कार्यालय की वैज्ञानिक- जी और डीडीजी श्रीमती स्नेह लता ने बताया कि विश्व मानक दिवस का उद्देश्य नियामकों, उद्योग, उपभोक्ताओं और समाज के बीच राष्ट्रीय और वैश्विक अर्थव्यवस्था के लिए मानकीकरण के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
उन्होंने आगे कहा कि यह दिन विशेष रूप से दुनिया भर में हजारों विशेषज्ञों के प्रयासों को सम्मानित करने और धन्यवाद देने के लिए चुना गया है जो मानकों को विकसित करने में योगदान देते हैं। उन्होंने इन्फ्रास्ट्रक्चर विकास, सिविल इंजीनियरिंग, इनोवेशन और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे विभिन्न क्षेत्रों में भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा किए गए मानकीकरण कार्य के बारे में भी बताया जो सीधे आम आदमी के जीवन की गुणवत्ता के साथ-साथ ब्यूरो द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं को प्रभावित करते हैं। उन्होंने जोर दिया कि विभिन्न योजनाओं के तहत विभिन्न क्षेत्रों में लाइसेंस की संख्या में वृद्धि अपने आप में उद्योग, उपभोक्ताओं और आम जनता के विश्वास का संकेत है। उन्होंने आगे 17 सतत विकास लक्ष्यों (एसडीजी) को प्राप्त करने में अंतर्राष्ट्रीय मानकों के साथ सामंजस्य के लाभों के बारे में विस्तार से बताया।
अपने उद्घाटन भाषण में, पंजाब सरकार के उद्योग एवं वाणिज्य अतिरिक्त मुख्य सचिव श्री तेजवीर सिंह (आईएएस) ने इस वर्ष के विश्व मानक दिवस के विषय "एसडीजी 9: उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचा" पर अपने विचार व्यक्त किए। उन्होंने यह भी जोर दिया कि सतत विकास समाज की प्रगति और देश के आर्थिक विकास की कुंजी है, बिना भविष्य की पीढ़ियों के लिए पर्यावरण की गुणवत्ता से समझौता किए। उन्होंने उद्योग के साथ-साथ उपभोक्ताओं के लिए सेवाओं के लिए भारतीय मानक ब्यूरो के प्रयासों की सराहना की।
विश्व मानक दिवस पर संदेश श्री एस एस मीना वैज्ञानिक - एफ, एचएमओ (एन), भारतीय मानक ब्यूरो द्वारा दिया गया। उन्होंने वैश्विक लक्ष्यों को प्राप्त करने और एक लचीले भविष्य का निर्माण करने में मानकों के महत्व पर जोर दिया। इस अवसर पर बोलते हुए, उन्होंने कहा कि इस उत्सव में जागरूकता कार्यक्रमों, कार्यशालाओं और सामुदायिक आउटरीच गतिविधियों के माध्यम से दैनिक जीवन और उद्योग में मानकों के महत्व को उजागर किया जाएगा।
प्रोफेसर दीपक खरे, बीआईएस मानकीकरण अध्यक्ष,जल संसाधन विकास एवं प्रबंधन विभाग, डीन, वित्त एवं प्रशासन,आईआईटी, रुड़की ने तकनीकी सत्र "भारतीय मानक ब्यूरो (बीआईएस) की भूमिका एसडीजी प्राप्त करने में: उद्योग, नवाचार और बुनियादी ढांचे के लिए चुनौतियां और अवसर एआई के युग में" पर दिया।
श्री प्रितपाल सिंह, विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग के कार्यकारी निदेशक ने तकनीकी सत्र "कैसे एआई औद्योगिक क्षेत्र में नवाचार को बढ़ावा देने और स्थिरता प्राप्त करने में मदद कर सकता है" दिया।
बीआईएस के विभिन्न स्टेकहोल्डर्स को कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में उद्योग, बीआईएस लाइसेंसधारी आदि ने भाग लिया। कार्यक्रम का समापन हार्दिक धन्यवाद के साथ हुआ।