चंडीगढ़, 24 अक्टूबर
आप प्रवक्ता एडवोकेट बिक्रम जीत पासी ने भारत में बड़े पैमाने पर नशीली दवाओं के मुद्दों और ड्रग्स नेक्सस में विपक्षी नेताओं की संलिप्तता की आलोचना की और ड्रग्स मामले में पंजाब की भाजपा नेता सत्कार कौर की हालिया गिरफ्तारी को लेकर भाजपा को घेरा।
पासी ने कहा कि भाजपा सरकार के तहत बड़ी राजनीतिक शक्तियां नशीली दवाओं के व्यापार में शामिल हैं। पंजाब में हमारी सरकार नशे के खिलाफ कड़ी कार्रवाई कर रही है, जबकि भाजपा शासित राज्य सरकारें आंखें मूंद रखी है। उन्होंने कहा कि अकाली-भाजपा सरकार ने ही ड्रग्स माफिया को पंजाब में पैर जमाने की इजाजत दी थी। पूर्व कांग्रेस विधायक और मौजूदा बीजेपी नेता सत्कार कौर की गिरफ्तारी ने एक बार फिर इन सभी पार्टियों को बेनकाब कर दिया है।
पासी ने कहा कि ड्रग्स आपूर्ति का सिस्टम राज्य स्तर पर संचालित होता है। उन्होंने गुजरात पर विशेष रूप से प्रकाश डाला, जहां पिछले कुछ सालों में अरबों रुपए के नशीले पदार्थों की बरामदगी हुई है। उन्होंने कहा कि गुजरात आज मादक पदार्थों की तस्करी का केंद्र बन गया है और भाजपा लगभग 30 वर्षों से गुजरात पर शासन कर रही है। नशीली दवाओं की बड़ी खेप यहीं से भारत में प्रवेश करती है।
आप प्रवक्ता ने भाजपा की जवाबदेही की कमी पर सवाल उठाया और कहा कि सत्कार कौर जैसे हाई-प्रोफाइल नेताओं की गिरफ्तारी के बावजूद भाजपा केवल खुद को उनसे दूर करने का प्रयास कर रही है, जबकि वह उनकी पार्टी के वर्तमान नेता हैं। उन्होंने कहा कि इस मामले पर भाजपा की चुप्पी संदेहास्पद है।
पासी ने पिछली घटनाओं का हवाला देते हुए नशीली दवाओं से संबंधित गतिविधियों में शामिल अन्य भाजपा नेताओं की ओर इशारा किया, जिसमें मध्य प्रदेश में एक पूर्व राज्यसभा सदस्य के परिवार से जुड़ा एक महत्वपूर्ण ड्रग्स तस्करी का भंडाफोड़ भी शामिल है। उन्होंने कहा कि बार-बार होने वाली ये घटनाएं भाजपा नेतृत्व की मंशा पर गंभीर सवाल उठाती है।
पासी ने केंद्र सरकार से गुजरात से होने वाले नशीली दवाओं के कारोबार के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की अपील की और सवाल किया कि जब पंजाब में नशीली दवाओं की आमद को नियंत्रित करने की बात आती है तो भाजपा सरकार ढीली क्यों पड़ जाती है?
उन्होंने कहा कि आम आदमी पार्टी इस मुद्दे से निपटने के लिए प्रतिबद्ध है। राज्य सरकार अभी तक सैकड़ों सक्रिय दवा तस्करों को गिरफ्तार कर चुकी है और लगातार कारवाई की जा रही है। भाजपा को भी दोषारोपण करने के बजाय नशीली दवाओं के प्रसार को रोकने के लिए निर्णायक रूप से कार्रवाई करनी चाहिए।