चंडीगढ़, 30 अक्टूबर
पंजाब की मंडियों में धान खरीद की और पुराने अनाजों की धीमी लिफ्टिंग की समस्या पर आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को केन्द्र की भाजपा सरकार के खिलाफ चंडीगढ़ में बड़ा प्रदर्शन किया।
चंडीगढ़ में भाजपा दफ्तर का घेराव करने जा रहे आप नेताओं को चंडीगढ़ पुलिस ने हिरासत में ले लिया और रोकने के लिए उनपर वाटर कैनन से पानी की बौछारें बरसाई। आप नेताओं की पुलिस के साथ धक्का-मुक्की और झड़प भी हुई। झड़प के दौरान मंत्री हरजोत बैंस की पगड़ी उतर गई, जिसपर विवाद और बढ़ गया। इसके विरोध में आप नेताओं ने चंडीगढ़ पुलिस और केंद्र सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
प्रदर्शन में आप सरकार के मंत्री हरजोत सिंह बैंस, हरभजन सिंह ईटीओ, तरूण प्रीत सिंह सोंध, लाल चंद कटारूचक, कुलदीप सिंह धालीवाल, लालजीत सिंह भुल्लर, डॉ रवजोत सिंह, हरदीप सिंह मुंडिया, पार्टी के कार्यकारी प्रधान प्रिंसिपल बुधराम, पार्टी के प्रदेश महासचिव हरचंद सिंह बरसट, विधायक अशोक पप्पी पराशर, रणबीर सिंह भुल्लर, सुखविंदर सिंह सुक्खी, नरिंदर कौर भराज, दिनेश चड्ढा, चरनजीत सिंह चन्नी, इंदरबीर सिंह निज्जर, बलकार सिंह, रुपिंदर सिंह हैपी, जमील-उर-रहमान, संतोष कटारिया, सुखबीर सिंह माईसरखाना, आप नेता पवन टीनू, सनी आहलुवालिया, परमिंदर गोल्डी, प्रभजोत कौर एवं अन्य पदाधिकारी के साथ सैंकड़ों पार्टी कार्यकर्ता व समर्थक मौजूद थे।
प्रदर्शन के दौरान आप कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पार्टी के वरिष्ठ नेता और पंजाब सरकार के कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने कहा कि हर साल अक्टूबर में धान मंडियों में आ जाता है, लेकिन केन्द्र सरकार ने इस बार जानबूझकर लिफ्टिंग नहीं करवाई। अब मंडियों में धान के अंबार लग गए हैं। किसान, आढ़ती, शेलर मलिक और मजदूर सब परेशान हो रहे हैं, लेकिन केन्द्र सरकार नहीं सुन रही है।
ईटीओ ने कहा कि भाजपा के लोग अपनी ग़लती छुपाने के लिए झूठे अफवाह फैला रहे हैं। जबकि सारी समस्याओं की जड़ केन्द्र सरकार और उसकी संस्था एफसीआई है। पंजाब सरकार पिछले सात-आठ महीने से लगातार एफसीआई को पत्र लिख रही थी, खुद मुख्यमंत्री भगवंत मान ने केन्द्रीय मंत्रियों से मुलाकात की लेकिन कोई हल नहीं निकाला गया।
ईटीओ ने कि हमारा प्रदर्शन किसानों-मजदूरों आढ़तियों और शेलर मालिकों के हक में और केन्द्र सरकार के विरोध में है। हम आखरी दम तक किसानों के हक के लिए लड़ेंगे और समस्या का समाधान कराएंगे।
आप मंत्री हरजोत बैंस ने कहा कि केंद्र सरकार ने हमेशा से पंजाब के साथ धक्का किया है। उन्होंने कहा कि आज मैं यहां कोई मंत्री और विधायक के तौर पर नहीं और न ही आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता होने के नाते यहां आया हूं। आज मैं एक पंजाब के किसान का बेटा होने के नाते यहां आया हूं।
बैंस ने कहा कि मेरे पुरखों ने पंजाब की मिट्टी में अपना खून-पसीना बहाकर यहां की जमीन को खेती योग्य बनाया। बेहद दुर्भाग्य की बात है कि आज पूरे देश के लोग दिवाली का उत्सव मना रहे हैं है लेकिन पंजाब के किसान मंडियों में परेशान हो रहे हैं। उनका कसूर यह है कि उन्होंने भाजपा सरकार के काले कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी।
उन्होंने कहा कि बीजेपी जितना मर्जी जोर लगा ले, लेकिन हम अपने किसानों के साथ धक्का नहीं होने देंगे। पुलिस से धक्का-मुक्की में पगड़ी उतरने पर बैंस ने कहा कि वे मेरे उपर वार कर लेते तो कोई दुख नहीं होता पर उन्होंने मेरी पगड़ी पर वार किया इसका मुझे बहुत दुख है। हम गुरु गोविंद सिंह जी के बच्चे हैं। उन्होंने कहा था कि धक्का करना भी पाप है और सहना भी पाप है। इसलिए हमारा यह संघर्ष समस्या खत्म होने तक जारी रहेगा।
मंत्री लालजीत सिंह भुल्लर ने कहा कि जिस तरह 40 साल पहले इंदिरा गांधी ने पंजाब के साथ धक्का किया था, उसी तरह का व्यवहार आज नरेंद्र मोदी और भाजपा पंजाब के साथ कर रही है। उन्होंने कहा कि 2022 में आप सरकार बनने के बाद से वह और ज्यादा परेशान करने लगे हैं। पिछली बार सीसीएल लिमिट जारी करने में लेट कर दिया, वहीं इस बार जानबूझकर लिफ्टिंग नहीं की। अभी भी बहुत धीमी लिफ्टिंग हो रही है।
भुल्लर ने कहा कि मोदी सरकार ने साजिश के तहत पंजाब के किसानों - आढ़तियों को परेशान करने के लिए और आम आदमी पार्टी को बदनाम करने के लिए ऐसा किया है। लेकिन पंजाब के लोग बहुत समझदार हैं। वे भाजपा की गंदी राजनीति को समझते हैं।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री भगवंत मान लगातार इस मामले पर अपनी नज़र बनाए हुए हैं। वे खुद मंडियों की स्थिति का जायजा अफसरों और पार्टी विधायकों मंत्रियों से ले रहे हैं। मंडियों में धान की खरीद निरंतर चल रही है। पंजाब सरकार 24 घंटे के अंदर किसानों को पेमेंट कर दे रही है। पंजाब सरकार अपना काम कर रही है लेकिन केंद्र सरकार परेशान करने में लगी है।
मंत्री तरूण प्रीत सिंह सोंध ने चंडीगढ़ पुलिस की कारवाई की आलोचना की और सवाल करते हुए कहा कि यह भाजपा का सरेआम धक्का है। हम निहत्थे लोग हैं और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन कर रहे हैं। यह हमारा लोकतांत्रिक अधिकार है। फिर पुलिस हमें किसके इशारे पर प्रदर्शन करने से रोक रही है?
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार की नीयत ही खराब है। वह चाहती ही नहीं कि मसले का समाधान हो। अगर वह सच में समाधान करना चाहती तो अभी तक लिफ्टिंग हो चुकी होती। हम पंजाब के किसानों के साथ खड़े हैं। हमें जहां भी संघर्ष करना पड़े हम करेंगे।