चंडीगढ़, 1 नवंबर
गर्मी के मौसम की तपिश के बाद अक्सर देखा जाता है कि अक्टूबर का महीना ठंडा हो जाता है, लेकिन इस साल मौसम में कोई खास बदलाव नहीं हुआ। पिछले एक सप्ताह से चंडीगढ़ सहित पंजाब का औसत न्यूनतम और अधिकतम तापमान सामान्य से 3 से 6 डिग्री अधिक रहा है।
पिछले दिनों कोई 31 अक्टूबर को तो कोई 1 नवंबर को दिवाली मना रहा था, ऐसे में बुधवार रात से पटाखों का इस्तेमाल बढ़ने लगा है, जिसके बाद पर्यावरण में प्रदूषण का स्तर भी बढ़ने लगा है. जिससे लोगों को सांस लेने में काफी दिक्कत हुई और साथ ही तापमान का स्तर भी बढ़ता हुआ देखा गया.
दिवाली की रात पंजाब में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया. ज्यादातर शहरों में प्रदूषण ऑरेंज अलर्ट पर पहुंच गया है यानी यहां ग्रेड-1 का दर्जा लागू हो गया है. रात में आतिशबाजी शुरू होने पर एक्यूआई 500 पार कर गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के विशेषज्ञों के अनुसार, उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में बारिश और बर्फबारी लाने वाले पश्चिमी विक्षोभ की कमी इस अक्टूबर की गर्मी का मुख्य कारण है। विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले हफ्ते न्यूनतम तापमान 20 डिग्री सेल्सियस के आसपास था, जो सामान्य से करीब 5 डिग्री ज्यादा है.