जयपुर, 7 दिसंबर
राजस्थान के अजमेर की एक कोर्ट ने नाबालिग लड़की से बलात्कार और हत्या के मामले में एक व्यक्ति को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
दोषी की पहचान अरशद के रूप में हुई है, जो अजमेर जिले के पीसांगन इलाके का रहने वाला है।
उसने इंस्टाग्राम पर खुद को हिंदू बताकर एक हिंदू नाबालिग लड़की से दोस्ती की थी।
जल्द ही दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए, जिसके बाद उसने नाबालिग लड़की के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए।
जब पीड़िता ने इसका विरोध किया, तो अरशद ने उसका गला रेतकर हत्या कर दी।
शनिवार को अजमेर की एक पोक्सो कोर्ट ने फैसला सुनाते हुए अरशद को आजीवन कारावास की सजा सुनाई।
पोक्सो कोर्ट के अभियोक्ता विक्रम सिंह शेखावत ने बताया कि "अरशद ने हिंदू होने का दावा करके इंस्टाग्राम पर पीड़िता से दोस्ती की। बाद में वह उसे एक सुनसान जगह पर ले गया और उसके साथ बलात्कार किया। जब पीड़िता ने विरोध किया तो आरोपी ने धारदार चाकू से उसका गला रेतकर उसकी हत्या कर दी।" उन्होंने बताया कि जब लड़की को उसकी असली पहचान के बारे में पता चला तो उसने उसका विरोध किया और फिर उसने उसके साथ बलात्कार किया और फिर उसकी हत्या कर दी। अदालत ने अरशद पर 2 लाख रुपये का जुर्माना भी लगाया।
शेखावत ने बताया कि अभियोजन पक्ष ने मामले में 30 गवाह और 81 दस्तावेज पेश किए। उन्होंने बताया कि "अभियोजन पक्ष ने इस मामले में आरोपी के लिए मौत की सजा की अपील की। हालांकि अदालत ने आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।" उन्होंने बताया कि पीड़िता के परिवार ने कई संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कराया है।