पटना, 11 दिसंबर
बिहार के बेगूसराय जिले में संदिग्ध जहरीली शराब पीने से दो लोगों की मौत हो गई। मृतकों की पहचान चेरिया बरियारपुर थाना क्षेत्र के मैदा शाहपुर के वार्ड-8 निवासी ग्रामीण चिकित्सक चुनचुन प्रसाद सिंह और 50 वर्षीय कंपाउंडर हरेराम तांती के रूप में हुई है। दोनों ने कथित तौर पर मंगलवार रात शराब पी थी, जिसके कारण उनके परिजनों ने उनकी मौत की बात कही है। इस घटना से जिले में दहशत का माहौल है। सिंह का पोस्टमार्टम अभी नहीं हो पाया है, लेकिन जिला प्रशासन ने जिला स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम की निगरानी में तांती का पोस्टमार्टम कराया।
बेगूसराय के सिविल सर्जन प्रमोद कुमार सिंह ने दावा किया: "इससे पहले भी तांती का सदर अस्पताल में इलाज हुआ था और उसकी आंशिक रूप से आंखों की रोशनी चली गई थी। लेकिन इस बार तांती की मौत हो गई।" सिविल सर्जन ने कहा, "परिवार के सदस्यों ने पुष्टि की है कि तांती को शराब पीने की आदत थी। ऐसा लगता है कि शराब पीने के कारण ही उसकी मौत हुई है। हालांकि, अभी तक उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आई है।
" बेगूसराय के एसपी मनीष ने बताया कि दोनों व्यक्ति संदिग्ध परिस्थितियों में बीमार पड़े। मनीष ने कहा, "हम अधिक जानकारी जुटाने के लिए परिवार के सदस्यों से पूछताछ कर रहे हैं। मौतों के सही कारणों का पता लगाने के लिए मामले की गहन जांच की जा रही है।" जिला प्रशासन ने अवैध शराब से संबंधित संभावित मुद्दों को दूर करने के लिए सतर्कता बढ़ा दी है, खासकर चेरिया बरियारपुर ब्लॉक के प्रभावित इलाकों में। इससे पहले इस साल अक्टूबर के दूसरे सप्ताह में सिवान और गोपालगंज जिलों में 62 लोगों की मौत हो गई थी।
हालांकि, राज्य पुलिस ने 37 लोगों की मौत की पुष्टि की थी। सिवान में यह घटना भगवानपुर हाट थाने के अंतर्गत मगहर कोडिया पंचायत में हुई। इसी तरह सारण में ब्राहिमपुर गांव में हुई घटना के बाद मशरख थाने में एफआईआर दर्ज की गई। दोनों जिलों में जांच की गई और राज्य पुलिस ने माना कि मौतें जहरीली शराब के कारण हुई थीं।