भोपाल, 14 जनवरी
केंद्रीय नारकोटिक्स विभाग (सीबीएन) ने मंगलवार को मध्य प्रदेश के मंदसौर जिले के एक सुनसान इलाके में एमडीएमए, एक साइकोट्रोपिक दवा बनाने वाली एक गुप्त प्रयोगशाला का भंडाफोड़ किया।
सीबीएन ने एक बयान में कहा कि यह छापेमारी सीबीएन की इकाई को मिली गुप्त सूचना के आधार पर की गई, जिसके बाद गरोठ तहसील के अंतर्गत खारखेड़ा गांव के पास एक संतरे के बगीचे में तलाशी ली गई और वहां एक गुप्त प्रयोगशाला चल रही थी।
एजेंसी ने 80.96 किलोग्राम और 7.5 लीटर रसायन बरामद किया है, जिसमें एसीटोन, टोल्यूनि, हाइड्रोक्लोरिक एसिड, सोडियम सल्फेट, सोडियम कार्बोनेट, सल्फ्यूरिक एसिड, ब्रोमीन पानी, इथेनॉल आदि शामिल हैं।
मामले के सिलसिले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था और उस पर नारकोटिक ड्रग्स एंड साइकोट्रोपिक सब्सटेंस (एनडीपीएस) अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया था।
बयान में कहा गया है कि गिरफ्तार व्यक्ति से पूछताछ जारी है।
इसके अलावा, एजेंसी ने परिसर से यूवी नियंत्रक, वैक्यूम ओवन, वजन मापने वाले तराजू, टेस्ट ट्यूब, फ़नल और अन्य सामान जैसे उपकरण और मशीनरी बरामद की है।
बयान में कहा गया है कि छापे के दौरान जब्त किए गए रसायनों और उपकरणों की मात्रा से प्रति माह 50 किलोग्राम से अधिक अवैध एमडीएमए पाउडर का निर्माण किया जा सकता है।