छिंदवाड़ा, 15 जनवरी
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा जिले में मंगलवार को मरम्मत के लिए रखे गए एक ढहते कुएं के ढहने के बाद मलबे में फंसे तीन मजदूरों की बुधवार को मौत हो गई।
मंगलवार को मलबे से छह मजदूरों को जिंदा बाहर निकाला गया, जबकि तीन कुएं में फंसे रहे।
एसडीआरएफ और एनडीआरएफ ने 20 घंटे तक संयुक्त बचाव अभियान चलाया, हालांकि, बुधवार को जब बचाव दल तीनों मजदूरों तक पहुंचा, तब तक उनकी मौत हो चुकी थी।
अधिकारियों ने बताया कि कुएं में पानी के बहाव के कारण बचाव अभियान धीमा हो गया था और उन्हें 30 फीट की गहराई पर फंसे मजदूरों तक पहुंचने के लिए समानांतर गड्ढा खोदना पड़ा।
मृत मजदूरों की पहचान वासिद खान (18), शहजादी खान (50) और उनके बेटे राशिद खान (18) के रूप में हुई है।
यह घटना मंगलवार दोपहर को हुई थी, जब मजदूर छिंदवाड़ा जिले के एक गांव में जीर्ण-शीर्ण पुराने कुएं की मरम्मत कर रहे थे।
छिंदवाड़ा के जिला कलेक्टर शैलेंद्र सिंह ने कहा है कि मंगलवार देर रात बचाव अभियान में तेजी लाने के लिए दो अर्थ मूविंग मशीनें लगाई गईं।
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने दुखद घटना पर अपनी संवेदना व्यक्त की और सभी मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस बल, होमगार्ड और एनडीआरएफ की टीम ने तुरंत बचाव अभियान शुरू किया और मजदूरों को सुरक्षित बाहर निकालने का हर संभव प्रयास किया, लेकिन उनमें से तीन को बचाया नहीं जा सका।
सीएम यादव ने एक बयान में कहा, "सरकार सभी मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये की आर्थिक सहायता प्रदान करेगी। मैं ईश्वर से दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करने और परिवार के सदस्यों को इस अपार दुख को सहन करने की शक्ति देने की प्रार्थना करता हूं।"