बेंगलुरु, 4 फरवरी
बेंगलुरु पुलिस ने एक चोर को गिरफ्तार किया है, जिसने लूटे गए पैसों से अपनी गर्लफ्रेंड के लिए 3 करोड़ रुपये का घर बनाया था।
आरोपी की पहचान 37 वर्षीय पंचाक्षरी स्वामी के रूप में हुई है। पुलिस ने यह भी खुलासा किया है कि उसका एक मशहूर फिल्म अभिनेत्री से संबंध था।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, बेंगलुरु में मदीवाला पुलिस ने लंबे समय से चल रही आपराधिक गतिविधियों पर रोक लगाई है। आरोपी पंचाक्षरी स्वामी महाराष्ट्र के सोलापुर का रहने वाला है। शादीशुदा होने और एक बच्चे का पिता होने के बावजूद वह महिलाओं से छेड़छाड़ करने के लिए जाना जाता था।
जांच में पता चला कि स्वामी ने 2003 में नाबालिग रहते हुए चोरी करना शुरू कर दिया था। 2009 तक वह पेशेवर चोर बन चुका था और उसने अपने अपराधों के जरिए करोड़ों की संपत्ति अर्जित कर ली थी। 2014-15 में वह एक मशहूर अभिनेत्री के संपर्क में आया और उसके साथ प्रेम संबंध स्थापित कर लिए।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने कबूल किया कि उसने अभिनेत्री पर करोड़ों खर्च किए हैं। उसने कोलकाता में 3 करोड़ रुपये का घर भी बनवाया और उसे 22 लाख रुपये का एक्वेरियम गिफ्ट किया। 2016 में स्वामी को गुजरात पुलिस ने गिरफ्तार किया और छह साल की सजा सुनाई। अहमदाबाद की साबरमती सेंट्रल जेल से रिहा होने के बाद वह फिर से चोरी करने लगा। बाद में उसे इसी तरह के अपराधों के लिए महाराष्ट्र पुलिस ने गिरफ्तार किया। 2024 में रिहा होने के बाद वह अपना ठिकाना बेंगलुरु में शिफ्ट हो गया, जहां उसने फिर से घरों में चोरी और डकैती की वारदातें शुरू कर दीं। 9 जनवरी को उसने बेंगलुरु के मदीवाला इलाके में एक घर में चोरी की। खुफिया जानकारी जुटाने के बाद पुलिस ने उसे मदीवाला बाजार इलाके के पास से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ के दौरान उसने अपने एक साथी के साथ मिलकर बेंगलुरु में अपराध करना स्वीकार किया। पुलिस ने एक लोहे की छड़ और एक फायर गन जब्त की है, जिसका इस्तेमाल वह चोरी किए गए सोने को पिघलाकर सोने के बिस्किट में बदलने के लिए करता था। स्वामी ने खुलासा किया कि उसने चोरी के आभूषणों से बने सभी सोने और चांदी के बिस्किट महाराष्ट्र के सोलापुर स्थित अपने घर में रखे थे। अधिकारियों ने 181 ग्राम सोने के बिस्किट, 333 ग्राम चांदी के सामान और आभूषणों को पिघलाने के लिए इस्तेमाल की जाने वाली फायर गन जब्त की है।
जांचकर्ताओं ने यह भी पाया कि अपराध करने के बाद, स्वामी संदेह से बचने के लिए सड़क पर अपने कपड़े बदल लेता था।
वह कराटे में ब्लैक बेल्ट था। अपने पिता की मृत्यु के बाद, उसकी माँ को रेलवे विभाग में मुआवज़ा नौकरी मिल गई। जांच में आगे पता चला कि स्वामी के पास एक घर था, जो उसकी माँ के नाम पर था। हालांकि, पुलिस सूत्रों ने बताया कि एक बैंक ने बकाया ऋण के कारण नीलामी नोटिस जारी किया था।
इस मामले को डीसीपी (उत्तर-पूर्व) सारा फातिमा, मडिवाला एसीपी लक्ष्मीनारायण के.सी. और मडिवाला पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर मोहम्मद एम.ए. के नेतृत्व में एक टीम ने सुलझाया।