चंडीगढ़, 19 मार्च
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और कैबिनेट मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने किसानों के लिए पार्टी के अटूट समर्थन को दोहराया और उनसे पंजाब के व्यापार और औद्योगिक क्षेत्रों को नुकसान पहुंचाने वाली कार्रवाइयों से बचने का आग्रह किया। राजमार्ग बंद होने से होने वाली बाधाओं को संबोधित करते हुए चीमा ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ चल रहे संघर्ष को पंजाब की आर्थिक जीवनरेखा की कीमत पर नहीं करना चाहिए।
चीमा ने कहा, "भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार द्वारा लगाए गए तीन काले कृषि कानूनों के विरोध के दौरान आम आदमी पार्टी किसानों के साथ मजबूती से खड़ी रही। उस दौरान पंजाब के लोगों और हमारी पार्टी ने किसानों का दिल से साथ दिया। आज भी किसानों की मांगें केंद्र सरकार के खिलाफ हैं और उनकी लड़ाई उसी स्तर पर जारी रहनी चाहिए। शंभू और खनौरी जैसे पंजाब की सीमाओं को अवरुद्ध करने से राज्य की अर्थव्यवस्था और व्यापार को भारी नुकसान हो रहा है।" उन्होंने जोर देकर कहा कि पंजाब इस समय नशे के खिलाफ एक महत्वपूर्ण लड़ाई लड़ रहा है और इस लड़ाई को जीतने के लिए युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान करना जरूरी है। अगर उद्योग ठप हो गए और व्यापार बाधित हो गया, तो हम अपने युवाओं के लिए रोजगार कैसे पैदा करेंगे? रोजगार के बिना हम उन्हें नशे के चंगुल से बाहर नहीं निकाल सकते। व्यापार और उद्योग पंजाब की रीढ़ हैं और चल रहे राजमार्ग बंद होने से दोनों पर गंभीर असर पड़ रहा है।"
चीमा ने आश्वासन दिया कि पंजाब सरकार किसानों की जायज मांगों में उनका समर्थन करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस बात पर जोर दिया कि आप के मंत्री केंद्र सरकार के समक्ष किसानों की चिंताओं को रखने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हम किसान नेताओं से आग्रह करते हैं कि वे पंजाब को आगे बढ़ने देते हुए केंद्र सरकार के खिलाफ अपना संघर्ष जारी रखें। हम आज भी किसानों के साथ खड़े हैं, जैसा कि हम हमेशा से रहे हैं और उनके साथ मिलकर लड़ते रहेंगे।"