नई दिल्ली, 20 मार्च
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शनिवार से शुरू हो रहे इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2025 सीजन में गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है। यह फैसला बोर्ड के मुंबई स्थित मुख्यालय में कप्तानों और प्रबंधकों की बैठक के दौरान लिया गया, जब अधिकांश कप्तानों ने प्रस्ताव को मंजूरी दे दी।
अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) ने मई 2020 में कोविड-19 महामारी के दौरान अस्थायी उपाय के तौर पर खिलाड़ियों को गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर रोक लगा दी थी। हालांकि, सितंबर 2022 में आईसीसी ने इस पर स्थायी रूप से प्रतिबंध लगा दिया था।
क्रिकबज की रिपोर्ट के अनुसार, लार पर प्रतिबंध हटाना बीसीसीआई और आईपीएल प्रबंधन द्वारा आगामी सीजन के लिए लिए गए प्रमुख फैसलों में से एक है।
लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटाने का फैसला भारत के तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी द्वारा अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में गेंद पर लार के इस्तेमाल पर प्रतिबंध हटाने का आग्रह करने के बाद आया है, ताकि गेंदबाजों को गेंद से रिवर्स स्विंग प्राप्त करने में सहायता मिल सके। शमी ने हाल ही में दुबई में चैंपियंस ट्रॉफी के खेल के बाद कहा था, "हम रिवर्स करने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन खेल में लार का इस्तेमाल नहीं हो पा रहा है। हम लगातार लार के इस्तेमाल की अनुमति देने की अपील कर रहे हैं और रिवर्स स्विंग के साथ यह दिलचस्प होगा।" रिपोर्ट में कहा गया है कि आईपीएल 2025 के लिए बीसीसीआई द्वारा लिया गया एक और बड़ा फैसला यह है कि आईपीएल मैच में दूसरी पारी के 11वें ओवर के बाद दूसरी गेंद खेली जाएगी, ताकि रात के समय होने वाले मैचों में अक्सर ओस के प्रभाव को कम किया जा सके। इसमें यह भी कहा गया है कि बीसीसीआई ने यह फैसला अंपायरों के विवेक पर छोड़ दिया है। क्रिकबज ने एक सूत्र के हवाले से कहा, "यह अंपायरों पर निर्भर करता है कि वे तय करें कि गेंद को बदलने की जरूरत है या नहीं। वे ओस की मौजूदगी के आधार पर फैसला करेंगे।" रिपोर्ट में कहा गया है कि इसके परिणामस्वरूप, यह नियम मुख्य रूप से रात्रिकालीन मैचों पर लागू होगा तथा दोपहर के मैचों में दूसरी गेंद का उपयोग किए जाने की संभावना नहीं है।