बेंगलुरु, 27 मार्च
भारत के शीर्ष सात बाजारों में ऑफिस लीजिंग 2025 की पहली तिमाही में 15.9 मिलियन वर्ग फीट पर मजबूत रही - जो कि साल-दर-साल (YoY) 15 प्रतिशत की वृद्धि है, गुरुवार को एक नई रिपोर्ट में यह जानकारी दी गई।
Q1 2025 के दौरान कुल नई आपूर्ति 9.9 मिलियन वर्ग फीट तक पहुंच गई, जो पिछले साल की इसी अवधि के लगभग बराबर है। बेंगलुरु और दिल्ली-एनसीआर ने मिलकर Q1 के दौरान कुल लीजिंग का लगभग आधा और नई आपूर्ति का दो-तिहाई हिस्सा हासिल किया।
कोलियर्स की एक रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली एनसीआर में पिछली 10 तिमाहियों में सबसे अधिक तिमाही लीजिंग देखी गई, वहीं चेन्नई में भी 2.9 मिलियन वर्ग फीट पर 93 प्रतिशत की उल्लेखनीय वृद्धि देखी गई, जो कि प्रौद्योगिकी फर्मों द्वारा स्पेस टेक-अप के कारण हुई।
कोलियर्स के प्रबंध निदेशक (ऑफिस सर्विसेज, इंडिया) अर्पित मेहरोत्रा ने कहा, "मुख्य बाजारों में ग्रेड ए स्पेस की मांग में तेजी देखी जा रही है, जो कॉर्पोरेट विस्तार, वाणिज्यिक रियल एस्टेट में बढ़ते निवेश और आशाजनक घरेलू विकास संभावनाओं के कारण है।" उन्होंने कहा, "हमें उम्मीद है कि 2025 में मांग में तेजी आएगी, जिसे प्रौद्योगिकी, इंजीनियरिंग और विनिर्माण तथा बीएफएसआई क्षेत्रों में अग्रणी फर्मों की विस्तार योजनाओं से बल मिलेगा।" इसके अलावा, प्रमुख राज्यों में नीतिगत स्तर पर किए गए प्रयासों से देश के अधिकांश टियर 1 और चुनिंदा टियर 2 शहरों में जीसीसी की दीर्घकालिक मांग मजबूत बनी रहेगी।