चंडीगढ़, 1 अप्रैल
मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान के निर्देशानुसार पंजाब को सुरक्षित राज्य बनाने के लिए चल रहे अभियान के बीच एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए, काउंटर इंटेलिजेंस (सीआई) अमृतसर ने पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) एजेंसी से जुड़े एक ऑपरेटिव को गिरफ्तार करके राज्य में संभावित आतंकी हमले को टाल दिया है और उसके कब्जे से एक हथगोला बरामद किया है, यह जानकारी मंगलवार को पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने दी।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान उत्तर प्रदेश (यूपी) के सहारनपुर के बरौली गांव निवासी जयवीर त्यागी उर्फ जावेद के रूप में हुई है, जो वर्तमान में लुधियाना में रह रहा है।
डीजीपी यादव ने कहा कि सीआई अमृतसर टीम को एक इनपुट मिला था, जिसमें खुलासा हुआ था कि विदेश में रहने वाला व्यक्ति जिसकी पहचान सेहलम के रूप में हुई है, जो पाकिस्तान-आईएसआई एजेंसी के लिए काम कर रहा है, अपने चचेरे भाई जयवीर त्यागी के साथ मिलकर राज्य के शांति और सद्भाव को बिगाड़ने के लिए विभिन्न शहरों में आतंकी हमलों के जरिए सरकारी ढांचे को निशाना बनाने की साजिश रच रहा है।
उन्होंने बताया कि इनपुट से यह भी पता चला है कि त्यागी ने अमृतसर के इलाके से हथगोले की खेप भी बरामद की है और वह अमृतसर के तारा वाला पुल के पास किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए अपने अन्य साथियों का इंतजार कर रहा है। उन्होंने बताया कि विश्वसनीय इनपुट पर तेजी से कार्रवाई करते हुए सीआई अमृतसर की पुलिस टीमों ने खुफिया जानकारी के आधार पर अभियान चलाया और आरोपी जयवीर त्यागी के कब्जे से एक हथगोला बरामद करने के बाद उसे गिरफ्तार कर लिया। डीजीपी ने कहा कि आगे की जांच से पता चला है कि जयवीर पिछले 14-15 सालों से लुधियाना में रह रहा था और एन्क्रिप्टेड मैसेजिंग ऐप के जरिए सेहलम के संपर्क में था। उन्होंने बताया कि जांच से यह भी पता चला है कि सेहलम के निर्देश पर आरोपी जयवीर ने ग्रेनेड खरीदा था। उन्होंने कहा कि इस मामले में आगे और पीछे के संबंधों को स्थापित करने के लिए आगे की जांच जारी है।