पटना, 10 अप्रैल
बिहार के कई जिलों में मौसम में अचानक आए बदलाव ने कहर बरपाया है, जिसके चलते 48 घंटे में 19 लोगों की मौत हो गई और फसलों और संपत्ति को भारी नुकसान पहुंचा है।
भयंकर तूफान, ओलावृष्टि और बिजली गिरने से आई आपदा ने जीवन और आजीविका दोनों को प्रभावित किया है।
आधिकारिक रिपोर्टों के अनुसार, पिछले 48 घंटों में कम से कम 19 लोगों की जान चली गई है।
इसमें बेगूसराय में पांच, दरभंगा में पांच, मधुबनी में तीन, सहरसा और समस्तीपुर में दो-दो और बिहार के लखीसराय और गया जिले में एक-एक मौत शामिल है।
ओलावृष्टि और तेज हवाओं के साथ आए तूफान ने दरभंगा, मधुबनी, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, शिवहर और पूर्वी चंपारण में रबी की फसलों, खासकर गेहूं, आम और लीची को भारी नुकसान पहुंचाया। स्थानीय किसान फसल कटाई से कुछ सप्ताह पहले ही बड़े पैमाने पर नुकसान की रिपोर्ट कर रहे हैं। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जानमाल के नुकसान पर गहरी संवेदना व्यक्त की है और अधिकारियों को सभी मृतकों के परिवारों को 4-4 लाख रुपये की अनुग्रह राशि प्रदान करने का निर्देश दिया है। जिला प्रशासन को फसल क्षति का आकलन करने और राहत उपाय तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि 12 अप्रैल तक पूरे बिहार में बारिश, बिजली और आंधी जारी रहने की संभावना है, साथ ही कुछ क्षेत्रों में ओलावृष्टि और तेज हवाएं चलने की भी संभावना है।