गुरुग्राम, 11 अप्रैल
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शुक्रवार को कहा कि गुरुग्राम में अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप ग्लोबल सिटी विकसित की जाएगी, जो राज्य की विकास यात्रा में मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्यमंत्री गुरुग्राम में ग्लोबल सिटी परियोजना स्थल पर निवेशकों के साथ बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। इस अवसर पर उद्योग एवं वाणिज्य मंत्री राव नरबीर सिंह, विधायक बिमला चौधरी, तेजपाल तंवर और मुकेश शर्मा भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक लाख करोड़ रुपये से अधिक के निवेश वाली इस परियोजना से करीब 16 लाख लोगों को लाभ मिलने की उम्मीद है। पूरा होने पर इससे करीब पांच लाख रोजगार के अवसर पैदा होंगे।
1,000 एकड़ में फैली इस परियोजना में मिश्रित उपयोग वाली भूमि का प्रावधान किया गया है, जिसमें आवासीय, वाणिज्यिक, आतिथ्य और शैक्षणिक संस्थानों के लिए समर्पित क्षेत्र शामिल हैं।
उन्होंने आगे बताया कि वैश्विक मानकों के अनुसार विकसित की जा रही परियोजना का पहला चरण अगले साल के अंत तक पूरा हो जाएगा। परियोजना के पहले चरण में 587 एकड़ क्षेत्र पर 940 करोड़ रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
"शहर के लिए विश्वसनीय जलापूर्ति सुनिश्चित करने के लिए 18 एकड़ में 350 मिलियन लीटर क्षमता वाला मास बैलेंसिंग जलाशय बनाया जाएगा। यह जलाशय कार्यात्मक और सौंदर्य दोनों उद्देश्यों को पूरा करेगा - एक प्रमुख जल भंडारण सुविधा के रूप में कार्य करते हुए शहर की दृश्य अपील को भी बढ़ाएगा। यह ग्लोबल सिटी के लिए सात दिनों की बैकअप जलापूर्ति प्रदान करेगा। ग्लोबल सिटी में 10.7 किलोमीटर की उपयोगिता सुरंग होगी, जिसमें पानी की पाइपलाइन, बिजली की केबल, अग्निशमन सेवाएं, प्रकाश व्यवस्था, वेंटिलेशन सिस्टम, आग का पता लगाने, अर्थिंग सिस्टम आदि का प्रावधान होगा।"
सीएम सैनी ने आगे कहा कि पर्यावरणीय स्थिरता परियोजना का एक प्रमुख घटक है। ग्लोबल सिटी के तापमान को गुरुग्राम से कम रखने में मदद करने के लिए 125 एकड़ में फैला एक हरित क्षेत्र प्रस्तावित है। परियोजना की कनेक्टिविटी पर प्रकाश डालते हुए उन्होंने कहा कि ग्लोबल सिटी दिल्ली अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से सिर्फ 30 मिनट, रेलवे स्टेशन/आईसीडी से 20 मिनट और हेलीपोर्ट और मल्टीमॉडल ट्रांजिट हब से सिर्फ 10 मिनट की दूरी पर होगी। यह एनपीआर, एसपीआर और सीपीआर के माध्यम से राष्ट्रीय राजमार्ग 48 से भी अच्छी तरह से जुड़ा होगा। बैठक के दौरान, मुख्यमंत्री ने मैक्रोटेक (लोढ़ा), डीएलएफ, अडानी, आरएमजेड, एलएंडटी रियल्टी, सिग्नेचर ग्लोबल, एल्डेको, हीरो रियल्टी, यूनिटी ग्रुप, बेस्टेक, प्रेस्टीज कंस्ट्रक्शन, जेएलएल, सीबीआरई और एएसएफ सहित 14 प्रमुख निजी समूहों के प्रतिनिधियों के साथ बातचीत की। इन प्रतिनिधियों ने ग्लोबल सिटी में गहरी रुचि दिखाई और बहुमूल्य सुझाव साझा किए। उन्होंने बैठक में प्राप्त सुझावों के संबंध में संबंधित अधिकारियों को आवश्यक निर्देश भी जारी किए।