नई दिल्ली, 16 अप्रैल
व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा ने बुधवार को सरकार पर आरोप लगाया कि वह उन्हें "अच्छे काम करने और अल्पसंख्यकों के प्रति उनके अन्यायपूर्ण व्यवहार के बारे में बोलने" से रोक रही है।
गुरुग्राम भूमि सौदे के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) द्वारा पूछताछ के एक दिन बाद उन्होंने यह बात कही। सूत्रों के अनुसार, बुधवार को ईडी उनसे फिर पूछताछ करेगी। वाड्रा ने कहा है कि वह निर्दोष हैं और 'सच्चाई की जीत होगी।' फेसबुक पोस्ट में वाड्रा ने कहा कि ईडी द्वारा उन्हें तलब किए जाने के कारण उनके जन्मदिन सप्ताह की सेवा बाधित हुई है।
वाड्रा ने लिखा, "मेरे जन्मदिन सप्ताह की सेवा कुछ दिनों के लिए रोक दी गई है। बुजुर्गों को भोजन कराने और विभिन्न क्षेत्रों के सभी बच्चों को उपहार देने की मैंने जो योजना बनाई है, उसे मैं तब जारी रखूंगा, जब मैं "सरकार द्वारा मुझे रोकने" के तरीकों, अच्छे काम करने और अल्पसंख्यकों के प्रति उनके अन्यायपूर्ण व्यवहार के बारे में बोलने या यहां तक कि मेरे राजनीति में आने की इच्छा और चर्चाओं से उबर जाऊंगा।"
उन्होंने कहा कि लोगों की इच्छाओं और जरूरतों को पूरा करने से उन्हें कोई नहीं रोक सकता।
उन्होंने पोस्ट में कहा, "मैं किसी भी तरह के अनुचित दबाव के लिए यहां हूं। मैं सत्य में विश्वास करता हूं और सत्य की जीत होगी।"
मंगलवार को कांग्रेस नेता और सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा के पति वाड्रा यहां अपने आवास से ईडी कार्यालय पहुंचे और कहा कि यह एक "राजनीतिक प्रतिशोध" है और उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है।
हरियाणा के गुरुग्राम में एक भूमि सौदे मामले में चल रही जांच के सिलसिले में उन्हें नया समन भेजा गया था।