नई दिल्ली, 17 अप्रैल
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री मनजिंदर सिंह सिरसा ने गुरुवार को पूर्वी दिल्ली में गाजीपुर लैंडफिल साइट का निरीक्षण किया और सुधार कार्य की प्रगति की समीक्षा की तथा मौजूदा पर्यावरण और बुनियादी ढांचे की स्थिति का आकलन किया।
कार्य की प्रगति का आकलन करने के बाद, मंत्री ने लैंडफिल साइट पर एक पौधा भी लगाया, जिसे कचरे के पहाड़ों को हटाने के बाद हरित क्षेत्र में परिवर्तित करने का प्रस्ताव है।
पर्यावरण, वन और वन्यजीव मंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक संदेश में लिखा, "पीएम @नरेंद्र मोदी जी के विजन और सीएम @गुप्ता रेखा जी के नेतृत्व में, हम एक स्वच्छ, स्वस्थ और अधिक टिकाऊ दिल्ली बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
गाजीपुर में चल रहे सुधार कार्य में बायो-रिमेडिएशन प्रक्रियाओं के माध्यम से प्लास्टिक, कागज और ईंटों जैसे घटकों को अलग करने सहित कचरे को हटाना और संसाधित करना शामिल है। यह 2026 के अंत तक कचरे के पहाड़ से मुक्त होने की बड़ी योजना का एक हिस्सा है। पिछले महीने, मंत्री ने उत्तरी दिल्ली में भलस्वा लैंडफिल का दौरा किया था और घोषणा की थी कि इसे 2026 तक साफ कर दिया जाएगा और हरे बांस के जंगल में बदल दिया जाएगा। सिरसा ने यह भी घोषणा की कि भविष्य में कचरे का कोई नया पहाड़ नहीं बनाया जाएगा। मंत्री ने आम आदमी पार्टी (आप) द्वारा नियंत्रित दिल्ली नगर निगम पर जानबूझकर कॉलोनियों में कचरा जलाने और भाजपा सरकार की छवि को नुकसान पहुंचाने के लिए दिल्ली के वायु प्रदूषण को खराब करने का भी आरोप लगाया।