नई दिल्ली, 18 अप्रैल
जेनसोल इंजीनियरिंग लिमिटेड के दो और स्वतंत्र निदेशकों ने कंपनी के लिए बढ़ती परेशानियों के बीच इस्तीफा दे दिया है, क्योंकि भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने कथित फंड डायवर्जन और रिकॉर्ड में हेराफेरी के मामले में जेनसोल के प्रमोटर अनमोल सिंह जग्गी और पुनीत सिंह जग्गी पर प्रतिबंध लगा दिया है।
एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार, हर्ष सिंह और कुलजीत सिंह पोपली ने तत्काल प्रभाव से कंपनी छोड़ दी है। यह एक अन्य स्वतंत्र निदेशक अरुण मेनन के इस्तीफे के एक दिन बाद हुआ है।
अपने त्यागपत्र में पोपली ने कहा कि हाल की घटनाओं से वह "दुखी" हैं। उन्होंने लिखा, "मैं पिछले एक महीने में कुछ सकारात्मक घटनाक्रम होने की उम्मीद कर रहा था, लेकिन जिस तरह से चीजें सामने आई हैं, मैं स्वतंत्र निदेशक के रूप में काम जारी रखने की स्थिति में नहीं हूं।" उन्होंने कहा, "मुझे उम्मीद थी कि इतनी तेजी से आगे बढ़ने वाली और अच्छी प्रतिष्ठा और सद्भावना का आनंद लेने वाली कंपनी आगे भी बढ़ती रहेगी और सभी हितधारकों के लिए मूल्य सृजन करेगी तथा सामने आए गवर्नेंस संबंधी मुद्दों का समाधान किया जाएगा। हालांकि ऐसा नहीं हुआ।" दूसरी ओर, हर्ष सिंह ने इस्तीफा देने के लिए अन्य "पेशेवर प्रतिबद्धताओं" का हवाला दिया।