नई दिल्ली, 26 अप्रैल
सरकार ने शनिवार को कहा कि 625 उड़ान मार्गों का संचालन शुरू हो चुका है, जो पूरे भारत में 90 हवाई अड्डों (जिसमें 2 जल हवाई अड्डे और 15 हेलीपोर्ट शामिल हैं) को जोड़ते हैं, और उड़ान के तहत किफायती क्षेत्रीय हवाई यात्रा से 1.49 करोड़ से अधिक यात्री लाभान्वित हुए हैं।
उड़ान योजना 21 अक्टूबर, 2016 को शुरू की गई थी और पहली उड़ान 27 अप्रैल, 2017 को शिमला और दिल्ली के बीच संचालित की गई थी।
भारत का हवाई अड्डा नेटवर्क 2014 में 74 हवाई अड्डों से बढ़कर 2024 में 159 हवाई अड्डों तक पहुँच गया है, जो एक दशक में दोगुने से भी अधिक है।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कहा कि वंचित और दूरदराज के क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने के लिए व्यवहार्यता अंतर निधि (वीजीएफ) के रूप में 4,023 करोड़ से अधिक का वितरण किया गया है। उड़ान ने क्षेत्रीय पर्यटन, स्वास्थ्य सेवा तक पहुँच और व्यापार को मज़बूत किया, जिससे टियर-2 और 3 शहरों में आर्थिक विकास को बढ़ावा मिला।
आम नागरिक के लिए किफ़ायती हवाई यात्रा का सपना पहली उड़ान के साथ मूर्त रूप लेने लगा। उड़ान योजना की अवधारणा राष्ट्रीय नागरिक उड्डयन नीति (एनसीएपी) 2016 के तहत 10 साल के दृष्टिकोण के साथ बाजार संचालित लेकिन वित्तीय रूप से समर्थित मॉडल के माध्यम से टियर-2 और 3 शहरों को जोड़ने के लिए बनाई गई थी।
इस योजना ने रियायतों और व्यवहार्यता अंतर निधि (वीजीएफ) के माध्यम से एयरलाइनों को क्षेत्रीय मार्गों पर परिचालन करने के लिए प्रोत्साहित किया, जिससे किफ़ायती किराया और बेहतर पहुँच सुनिश्चित हुई।