कोलकाता, 26 अप्रैल
पुलिस ने बताया कि जलपाईगुड़ी जिला पुलिस के अधिकारियों ने शनिवार को पश्चिम बंगाल के जलपाईगुड़ी में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) सट्टेबाजी के एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया और इस सिलसिले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है।
यह घटनाक्रम शनिवार शाम को कोलकाता के ईडन गार्डन्स में कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) और पंजाब किंग्स के बीच होने वाले महत्वपूर्ण आईपीएल मैच से कुछ घंटे पहले हुआ।
इस सिलसिले में गिरफ्तार किए गए दो लोगों की पहचान मिलन सेन (28) और मृण्मय सेन (21) के रूप में हुई है।
वे जलपाईगुड़ी शहर के सेनपारा इलाके में स्थित एक साइबर कैफे से काम कर रहे थे।
उनके पास से दो स्मार्टफोन, एक पर्सनल कंप्यूटर और एक मोटरसाइकिल जब्त की गई है।
मिलन जलपाईगुड़ी मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में डेटा एंट्री ऑपरेटर के रूप में भी कार्यरत हैं।
जलपाईगुड़ी जिला पुलिस अधीक्षक उमेश खंडेलवाल ने गिरफ्तारी की पुष्टि करते हुए कहा कि पुलिसकर्मियों को उनके सूत्रों से सूचना मिली थी कि उक्त साइबर कैफे से मोबाइल एप्लीकेशन के माध्यम से आईपीएल सट्टेबाजी की जा रही थी। खंडेलवाल ने बताया कि इसके बाद स्थानीय पुलिस थाने की पुलिस ने उक्त साइबर कैफे में अचानक छापेमारी की और दो आरोपियों को रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इस बीच, एक अन्य जिला पुलिस अधिकारी ने बताया कि साइबर कैफे में पूछताछ के दौरान दोनों आरोपियों ने सट्टेबाजी के धंधे में अपनी संलिप्तता स्वीकार की और यह भी पुष्टि की कि पश्चिम बंगाल के अन्य इलाकों में भी इस धंधे में उनके अन्य साथी शामिल हैं। बाद में जब्त मोबाइल फोन और पर्सनल कंप्यूटर की जांच से भी आरोपियों द्वारा दिए गए बयानों की पुष्टि हुई। उन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धारा 318 (धोखाधड़ी के लिए दंड) और सार्वजनिक जुआ अधिनियम, 1867 की विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। दोनों को आज जिले की निचली अदालत में पेश किया जाएगा। आईपीएल सट्टेबाजी में साइबर कैफे का इस्तेमाल पश्चिम बंगाल में नवीनतम चलन बन गया है।
इस महीने के पहले सप्ताह में, कोलकाता पुलिस के अधिकारियों ने कोलकाता के एक साइबर कैफे से संचालित एक ऐसे ही रैकेट का भंडाफोड़ किया, जहाँ सट्टेबाजी के लिए मोबाइल एप्लिकेशन का भी इस्तेमाल किया जा रहा था।
इस साल मार्च के आखिरी सप्ताह में मुर्शिदाबाद जिले के फरक्का में भी इसी तरह के रैकेट का भंडाफोड़ हुआ था।