आम आदमी पार्टी (आप) पंजाब ने बुधवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर के खिलाफ अपमानजनक टिप्पणी को लेकर भाजपा और गृह मंत्री अमित शाह पर तीखा हमला बोला। वित्त मंत्री हरपाल सिंह चीमा ने कहा कि भाजपा को संविधान के प्रति गहरा नफरत है। अम्बेडकर और दलितों से भी नफरत करती है।
हरपाल चीमा ने अमित शाह के संसद में दिए उस बयान की कड़ी निंदा की जिसमें उन्होंने डॉ. अंबेडकर के नाम का बार-बार उल्लेख कर मजाक उड़ाया था। अपने भाषण में केंद्रीय गृह मंत्री ने कहा, ''अंबेडकर का नाम लेना फैशन बन गया है। अंबेडकर, अंबेडकर, अंबेडकर... अगर भगवान का नाम इतना लिया तो सात जन्मों तक स्वर्ग में जगह मिलेगी''। चीमा ने कहा कि यह न केवल डॉ भीमराव अम्बेडकर का अपमान है बल्कि यह बयान भारत के संविधान और समानता व न्याय के सिद्धांतों पर भी सीधा हमला है।
उन्होंने कहा कि इस तरह की टिप्पणियों से बीजेपी की असली मंशा और मानसिकता का पता चलता है। अम्बेडकर ने वर्षों के संघर्ष के बाद इस देश को अटना संविधान दिया, जिसमें सभी के लिए, विशेषकर दलितों और शोषितों के लिए, संपत्ति, शिक्षा, काम और समानता का अधिकार सुनिश्चित किया गया। 75 वर्षों से यही संविधान भारत में लोकतंत्र की नींव रहा है। लेकिन भाजपा के कार्य और शब्द स्पष्ट रूप से संविधान और इसे बनाने वालों के प्रति तिरस्कार की भावना को दर्शाता है।
चीमा आम आदमी पार्टी की तरफ से संविधान को कमजोर करने और डॉ. अंबेडकर की विचारधारा को खत्म करने के भाजपा के एजेंडे से लोगों को सावधान रहने की चेतावनी दी और भाजपा पर संविधानिक अधिकारों को खत्म करने करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि संविधान ने हाशिए पर रहने वाले समुदायों के लाखों लोगों को सशक्त बनाया है।