टोक्यो, 12 नवंबर
स्थानीय मीडिया ने बताया कि जापान ने गैसोलीन वाहनों से कार्बन डाइऑक्साइड उत्सर्जन को कम करने के प्रयास में 2030 के दशक की शुरुआत तक सभी नई यात्री कारों को जैव ईंधन-संगत बनाने के लिए वाहन निर्माताओं को प्रोत्साहित करने की योजना बनाई है।
रिपोर्ट के अनुसार, एक उपसमिति की बैठक में उद्योग मंत्रालय द्वारा अनावरण किए गए नए लक्ष्य का उद्देश्य तेल के थोक विक्रेताओं से वित्तीय वर्ष 2030 तक 10 प्रतिशत बायोएथेनॉल के साथ मिश्रित गैसोलीन की आपूर्ति शुरू करने का आग्रह करना है, साथ ही वित्तीय वर्ष 2040 तक हिस्सेदारी को 20 प्रतिशत तक बढ़ाने की योजना है। समाचार अभिकर्तत्व।
मंत्रालय इस बदलाव को कानून के जरिए अनिवार्य बनाने पर भी विचार कर रहा है।
रिपोर्ट के अनुसार, इसके अलावा, मंत्रालय एक कार्य योजना तैयार कर रहा है, जिसे अगली गर्मियों तक अंतिम रूप दिए जाने की उम्मीद है और बायोएथेनॉल-मिश्रित ईंधन को समायोजित करने के लिए गैस स्टेशनों को आवश्यक उन्नयन का समर्थन करेगा।
मक्का और गन्ने से बना बायोएथेनॉल, प्रकाश संश्लेषण के दौरान CO2 को अवशोषित करता है। ऐसा माना जाता है कि यह प्राकृतिक प्रक्रिया बायोएथेनॉल-मिश्रित ईंधन जलाने पर उत्पन्न CO2 उत्सर्जन को संतुलित करने में मदद करती है।