हैदराबाद, 19 फरवरी
सिकंदराबाद सिटी सिविल एंड क्रिमिनल कोर्ट के एक वकील की बुधवार को मौत हो गई। दो दिन में शहर में यह दूसरी घटना है।
बी. वेंकट रमण, इंडियन बैंक की मर्रेदपल्ली शाखा के परिसर में बेहोश होकर गिर पड़े। बताया जा रहा है कि उनके सिर में गंभीर चोट लगी और उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
58 वर्षीय वकील चालान भरने बैंक आए थे, तभी अचानक बेहोश होकर गिर पड़े और उनकी मौत हो गई। संदेह है कि वकील को दिल का दौरा पड़ा था।
शहर में पिछले दो दिनों में यह दूसरी ऐसी घटना है।
वकील पासनूरू वेणुगोपाल राव को मंगलवार को तेलंगाना उच्च न्यायालय में एक मामले की पैरवी करते समय दिल का दौरा पड़ा और उन्होंने अंतिम सांस ली। वह 66 वर्ष के थे।
राव न्यायमूर्ति लक्ष्मी नारायण अलीशेट्टी के समक्ष दलीलें दे रहे थे, तभी उन्हें बेचैनी महसूस हुई और वे बेहोश होकर गिर पड़े। वे 1998 से ही हाई कोर्ट में प्रैक्टिस कर रहे हैं।
हालाँकि अधिवक्ताओं ने कार्डियो पल्मोनरी रिससिटेशन (सीपीआर) दिया और उन्हें उस्मानिया अस्पताल ले गए, लेकिन डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
तेलंगाना हाई कोर्ट बार एसोसिएशन के अध्यक्ष ए, रविंदर रेड्डी ने कहा कि कोर्ट हॉल में मौजूद कुछ वकीलों ने सीपीआर का प्रयास किया, लेकिन वे सफल नहीं हुए।
दो दिनों में दो वकीलों की अचानक मौत ने हैदराबाद में कानूनी बिरादरी में शोक की लहर दौड़ा दी है।
अपने दैनिक दिनचर्या के दौरान अचानक बेहोश हो जाने और दम तोड़ने की घटनाओं ने लोगों में चिंता पैदा कर दी है, उनका मानना है कि तनाव और काम के दबाव के कारण ऐसी त्रासदियाँ होती हैं।
पिछले साल अगस्त में कर्नाटक में एक कांग्रेस नेता की इसी तरह की परिस्थितियों में मृत्यु हो गई थी। बेंगलुरु के प्रेस क्लब में मीडिया को संबोधित करते समय रवि चंद्रन को दिल का दौरा पड़ा था।
63 वर्षीय रवि चंद्रन ने MUDA घोटाले के सिलसिले में मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के प्रति समर्थन व्यक्त करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजित की थी।
जो बात चिंता का विषय है, वह यह है कि कई युवा अचानक हृदयाघात के शिकार हो रहे हैं।
हाल के महीनों में कई युवा व्यक्ति जिम में कसरत करते समय, खेल खेलते समय या अपने दैनिक कार्य करते समय अचानक दिल के दौरे का शिकार हो गए हैं।