गुरुग्राम, 16 अप्रैल
गुरुग्राम के पटौदी इलाके में पुरानी रंजिश के चलते एक ढाबा मालिक की तीन बाइक सवार हमलावरों ने गोली मारकर हत्या कर दी, पुलिस ने बुधवार को यह जानकारी दी।
यह घटना मंगलवार देर रात 'झोपड़ी ढाबा' पर हुई।
पुलिस ने बताया कि हमलावरों ने शीतल पेय मांगा और फिर ढाबा मालिक, जिसकी पहचान जटौली निवासी दीपेंद्र उर्फ मोनू (37) और उसके कर्मचारी महेंद्र (50) के रूप में हुई, पर गोलियां चला दीं।
गोली की आवाज सुनकर ढाबा कर्मचारी और अन्य लोग मौके पर पहुंचे, लेकिन तब तक अपराधी भाग चुके थे।
घायलों को पटौदी के सरकारी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने दीपेंद्र को मृत घोषित कर दिया और महेंद्र को गुरुग्राम रेफर कर दिया गया।
दीपेंद्र के भाई रोहित ने बताया: "ढाबे पर तीन लोग मोटरसाइकिल पर आए और उन्होंने अपना चेहरा ढक लिया और कोल्ड ड्रिंक मांगी। उन्होंने मेरे भाई पर गोली चलाई, जिसमें एक कर्मचारी भी घायल हो गया।"
रोहित की शिकायत पर गुरुग्राम के पटौदी थाने में भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने बताया कि प्रारंभिक जांच में पता चला है कि जटौली निवासी इंद्रजीत नामक व्यक्ति की वर्ष 2020 में हत्या कर दी गई थी और रोहित पर इस अपराध का आरोप है। आरोप है कि वर्ष 2020 में हुई हत्या के मामले में रोहित, ऋतिक, अमित, जय भगवान और विकास शामिल थे। इन आरोपियों में से ऋतिक और अमित इंद्रजीत के भतीजे हैं। रोहित ने कहा, "दीपेंद्र की हत्या पुरानी रंजिश का नतीजा थी।" पुलिस ने कहा कि हमलावरों का निशाना रोहित हो सकता है, लेकिन संदिग्धों की गिरफ्तारी के बाद ही चीजें साफ हो पाएंगी। संदीप कुमार ने कहा, "घटनास्थल और आस-पास के इलाके के सीसीटीवी फुटेज की जांच की जाएगी, ताकि संदिग्धों की पहचान की जा सके।" पिछले महीने गुरुग्राम के हयातपुर गांव निवासी 50 वर्षीय शराब ठेकेदार बलजीत सिंह की गुरुग्राम में कथित तौर पर व्यापारिक प्रतिद्वंद्विता के चलते गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मामले में आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है।