नई दिल्ली, 17 अप्रैल
एक अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि दिल्ली में अवैध रूप से रहने के आरोप में गिरफ्तार किए गए आठ बांग्लादेशियों में पांच महिलाएं भी शामिल हैं।
21 वर्षीय सादिया सुल्ताना और उसकी मां पापिया खातून (36) को दक्षिणी दिल्ली के कटवारिया सराय से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि सादिया पार्लर में नौकरी पाने के उद्देश्य से ब्यूटीशियन का कोर्स कर रही थी।
उसकी मां पापिया खातून, जिसे उसके बांग्लादेशी पति ने छोड़ दिया था, 2007 में घोजा डोंगा बॉर्डर के रास्ते भारत आई थी। कटवारिया सराय इलाके में रहते हुए वह नौकरानी का काम कर रही थी। 2018 में उसने अपनी बेटी सादिया को बांग्लादेश से बुलाया।
पुलिस ने बताया कि ज्यादातर बांग्लादेशियों को सत्य निकेतन, किशनगढ़ और कटवारिया सराय इलाकों से गिरफ्तार किया गया। वे दुकानों में सहायक या घरेलू नौकरानी के तौर पर काम कर रहे थे। पुलिस उपायुक्त (दक्षिण पश्चिम) सुरेंद्र चौधरी ने बताया कि बांग्लादेशी नागरिकों, जिनमें से कुछ के पास आधार कार्ड भी थे, को बुधवार को विदेशी क्षेत्रीय पंजीकरण कार्यालय (एफआरआरओ) में पेश किया गया और बाद में उन्हें बांग्लादेश वापस भेजने के लिए निर्वासन केंद्र में भेज दिया गया। उन्होंने बताया कि सत्य निकेतन मार्केट और मोती बाग में बांग्लादेशी कामगारों की मौजूदगी की सूचना मिलने के बाद ये गिरफ्तारियां की गईं। स्थानीय पुलिस ने रबीउल इस्लाम नाम के एक व्यक्ति को ट्रैक किया और उससे पूछताछ कर अवैध प्रवास रैकेट का पर्दाफाश किया।