नई दिल्ली, 17 अप्रैल
सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन मंत्रालय (MoSPI) ने गुरुवार को कहा कि अब वह औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) के आंकड़े 42 दिनों के बजाय 28 दिनों के भीतर जारी करने की योजना बना रहा है।
मंत्रालय ने एक बयान में कहा, "अप्रैल 2025 से, अखिल भारतीय औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (IIP) हर महीने की 28 तारीख को संदर्भ महीने से 28 दिनों के भीतर शाम 4:00 बजे जारी किया जाएगा। किसी विशेष महीने के लिए, IIP को त्वरित अनुमान के रूप में जारी किया जाएगा, उसके बाद अंतिम अनुमान जारी किया जाएगा।"
मंत्रालय अगला IIP अनुमान 28 अप्रैल को जारी करेगा।
मंत्रालय संदर्भ महीने की समाप्ति के 12 दिनों के भीतर उपभोक्ता मूल्य सूचकांक जारी करता है, जो वैश्विक स्तर पर सर्वश्रेष्ठ में से एक है। इसी तरह, NSS की सर्वेक्षण रिपोर्ट अब फील्डवर्क पूरा होने के 90 दिनों के भीतर जारी की जाती हैं।
जीडीपी के तीसरे संशोधित अनुमान की आवश्यकता को समाप्त करके राष्ट्रीय लेखा सांख्यिकी जारी करने के कैलेंडर को युक्तिसंगत बनाया गया है।
आईआईपी देश में औद्योगिक विकास का एक महत्वपूर्ण अल्पकालिक संकेतक है।
भारत में आईआईपी का संकलन और रिलीज आधार वर्ष 1937 से शुरू हुआ, जिसे क्रमिक रूप से 1946, 1951, 1956, 1960, 1970, 1980-81, 1993-94, 2004-05 और 2011-12 में संशोधित किया गया।
वर्तमान में MoSPI संदर्भ माह से 42 दिनों के भीतर हर महीने की 12 तारीख (यदि 12 तारीख छुट्टी का दिन हो तो पिछला कार्य दिवस) को मासिक अखिल भारतीय औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) जारी करता है।
वर्तमान में, आईआईपी की संशोधन नीति के अनुसार किसी महीने के त्वरित अनुमान बाद की रिलीज में संशोधित होते हैं।
मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, आईआईपी पर आधारित भारत के औद्योगिक उत्पादन में इस साल फरवरी में पिछले साल के इसी महीने की तुलना में 2.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की गई। आंकड़ों से पता चला है कि विनिर्माण क्षेत्र, जो देश के विश्वविद्यालयों और इंजीनियरिंग संस्थानों से निकलने वाले युवा स्नातकों को गुणवत्तापूर्ण नौकरियां प्रदान करता है, ने पिछले साल फरवरी में इसी महीने की तुलना में 2.9 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की।