नई दिल्ली, 25 अप्रैल
शुक्रवार को एक नई रिपोर्ट में कहा गया है कि 70 प्रतिशत से अधिक भारतीय अपनी उत्पादकता और संचार कौशल को बढ़ावा देने के लिए जनरेटिव आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (Gen AI) टूल की तलाश कर रहे हैं।
18 शहरों में 8,000 से अधिक लोगों के सर्वेक्षण के आधार पर Google और Kantar की रिपोर्ट ने भारत में लोगों के बीच Gen AI अपनाने, क्षमता और प्रभाव का विश्लेषण किया। इसने भारत में Gen-AI अपनाने के लिए बहुत अधिक गुंजाइश और जीवन में उत्कृष्टता प्राप्त करने के लिए ऐसे उपकरणों का उपयोग करने की लोगों की इच्छा को रेखांकित किया।
रिपोर्ट में पाया गया कि AI को लेकर उत्साह तो बहुत अधिक है, लेकिन इसे अपनाने के लिए अभी भी शुरुआती दिन हैं: 60 प्रतिशत लोग AI से परिचित नहीं हैं और केवल 31 प्रतिशत ने कोई भी Generative AI टूल आज़माया है।
साथ ही, इसने भारतीयों में सुधार और उत्कृष्टता प्राप्त करने की एक मजबूत, सहज इच्छा भी दिखाई, जिसमें अधिकांश लोग उत्पादकता (72 प्रतिशत), रचनात्मकता को बढ़ाने (77 प्रतिशत) और अपने दैनिक जीवन में अधिक प्रभावी ढंग से संवाद करने (73 प्रतिशत) की तलाश कर रहे हैं।
लगभग 76 प्रतिशत ने कहा कि वे यात्रा की योजना बनाने या बजट का प्रबंधन करने जैसे रोजमर्रा के कार्यों में समय बचाने के लिए AI का उपयोग करते हैं, और 84 प्रतिशत इसका उपयोग बच्चों को होमवर्क में मदद करने या व्यंजनों को आजमाने जैसे रोजमर्रा के कार्यों में अधिक रचनात्मक होने के लिए करते हैं।
रिपोर्ट ने यह भी दिखाया कि कैसे Google का AI सहायक जेमिनी भारतीयों को उनके आत्मविश्वास और क्षमताओं को बढ़ाने में मदद कर रहा है।