तेहरान, 29 अप्रैल
ईरान के विदेश मंत्रालय ने यमन की राजधानी सना और सादा प्रांत पर अमेरिकी घातक हवाई हमलों की कड़ी निंदा की, जिसमें अफ्रीकी प्रवासियों को रखने वाला केंद्र भी शामिल है।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एस्माईल बाघई ने एक बयान में रविवार को हुए बम विस्फोटों की निंदा की, जिसमें सादा में एक हिरासत केंद्र में रखे गए 68 अफ्रीकी प्रवासियों सहित कम से कम 78 लोग मारे गए और दर्जनों अन्य घायल हो गए।
बाघई ने यमन के विभिन्न हिस्सों में नागरिक ठिकानों, महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे और लोगों के घरों के खिलाफ अमेरिकी सैन्य हमलों को "युद्ध अपराध" बताया, "जिसने सैकड़ों निर्दोष लोगों को मार डाला है।"
उन्होंने संयुक्त राष्ट्र और अंतर्राष्ट्रीय मानवाधिकार संगठनों की "इस खुलेआम कानून तोड़ने और यमन की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता के लगातार उल्लंघन के प्रति उनकी चुप्पी और उदासीनता" के लिए आलोचना की।
समाचार एजेंसी ने बताया कि बाघई ने इस्लामिक देशों से यमन के मुस्लिम लोगों की हत्या को रोकने और गाजा तथा पश्चिमी तट पर इजरायल के "नरसंहार" को जारी रखने से रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने का आह्वान किया।
इससे पहले 28 अप्रैल को, उत्तरी यमन के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण रखने वाले हौथियों ने कहा कि सभी पीड़ित अवैध अफ्रीकी प्रवासी हैं, जिन्हें उत्तरी यमन में स्थित सादा प्रांत की राजधानी सादा में हिरासत केंद्र में रखा गया है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रवासन संगठन (आईओएम) के अनुसार, देश में वर्षों से चल रहे गृहयुद्ध के बावजूद, यमन अफ्रीका के हॉर्न और सऊदी अरब के बीच यात्रा करने वाले हजारों प्रवासियों के लिए एक पारगमन देश बना हुआ है।