लखनऊ, 3 जुलाई
लखनऊ में राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान (आरएमएलआईएमएस) के डॉक्टरों ने एक मरीज की किडनी से 5.5 किलोग्राम का ट्यूमर सफलतापूर्वक निकाला है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह भारत में निकाला जाने वाला दूसरा सबसे भारी किडनी ट्यूमर है।
मरीज को अगले सप्ताह छुट्टी मिलने की उम्मीद है।
27 जून को की गई सर्जरी में चार घंटे लगे और ट्यूमर को निकालने की एक जटिल प्रक्रिया शामिल थी जो एक प्रमुख नस तक फैल गई थी।
उत्तर प्रदेश के हरदोई के सहजना गांव की रहने वाली 56 वर्षीय मरीज़ माधुरी आरएमएलआईएमएस में निदान प्राप्त करने से पहले दो साल से गंभीर पेट दर्द से पीड़ित थी।
इससे पहले कि उनके परिवार वाले उन्हें आरएमएलआईएमएस लाए, माधुरी ने बिना किसी राहत के विभिन्न अस्पतालों से इलाज कराया।
यूरोलॉजी विभाग के डॉक्टरों ने सीटी स्कैन की सिफारिश की, जिसमें उनकी बाईं किडनी में 30 सेमी के ट्यूमर का पता चला।
आरएमएलआईएमएस के प्रमुख सर्जन आलोक श्रीवास्तव ने कहा कि ट्यूमर एक प्रमुख नस, अवर वेना कावा तक फैल गया था, जो निचले छोरों और पेट से ऑक्सीजन रहित रक्त को हृदय तक वापस ले जाने के लिए जिम्मेदार है।
श्रीवास्तव ने कहा, "यह भारत में निकाला गया दूसरा सबसे भारी किडनी ट्यूमर है। सबसे भारी, जिसका वजन छह किलोग्राम था, 2019 में दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में निकाला गया था।"
2016 में मुंबई के सायन हॉस्पिटल में 28 साल की एक महिला की किडनी से 5.4 किलो का ट्यूमर निकालने का मामला गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज है।