नई दिल्ली, 29 जुलाई
दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) ने एक दुखद घटना के बाद पुराने राजिंदर नगर में "अवैध" कोचिंग सेंटरों के खिलाफ कार्रवाई की है, जहां एक कोचिंग संस्थान के बेसमेंट में पानी भरने के कारण तीन यूपीएससी उम्मीदवारों की जान चली गई थी।
एमसीडी मेयर शैली ओबेरॉय के निर्देश के बाद नगर निकाय ने रविवार देर रात इलाके में अवैध रूप से चल रहे कम से कम 13 कोचिंग सेंटरों को सील कर दिया।
सील किए गए कोचिंग सेंटरों में आईएएस गुरुकुल, चहल एकेडमी, प्लूटस एकेडमी, ईजी फॉर आईएएस, साई ट्रेडिंग, आईएएस सेतु, करियर पावर, टॉपर्स एकेडमी, 99 नोट्स, दैनिक संवाद, सिविल्स डेली आईएएस, विद्या गुरु और गाइडेंस आईएएस जैसे प्रमुख नाम शामिल हैं।
मेयर के एक आदेश में कहा गया, "ये कोचिंग सेंटर नियमों का उल्लंघन कर बेसमेंट में संचालित होते पाए गए और उन्हें मौके पर ही सील कर दिया गया और नोटिस चिपका दिए गए।"
यह राऊ के आईएएस स्टडी सर्कल में हुई दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद आया है, जहां पानी अचानक बेसमेंट में घुस गया, जिससे तानिया सोनी, श्रेया यादव (25) और नवीन डेल्विन (28) की मौत हो गई। बेसमेंट का पुस्तकालय के रूप में अनुचित तरीके से उपयोग किया गया था।
अधिकारियों ने कहा है कि अन्य क्षेत्रों में कोचिंग सेंटरों का निरीक्षण किया जाएगा, जिसमें कमियों की पहचान करने और भवन उपनियमों का अनुपालन सुनिश्चित करने पर ध्यान दिया जाएगा। नियमों का उल्लंघन करने वालों को भी बंद का सामना करना पड़ेगा।
इस घटना की विपक्षी दलों ने आलोचना की है, जिन्होंने नियमों और विनियमों का पालन किए बिना कोचिंग सेंटर को संचालित करने की अनुमति देने और बेसमेंट को लाइब्रेरी में बदलने के लिए एमसीडी और आम आदमी पार्टी (आप) सरकार दोनों को दोषी ठहराया है।
साथ ही नगर निगम की इस बात के लिए भी आलोचना हो रही है कि उसने मानसून से पहले नालों की सफाई नहीं की, जिसके कारण यह हादसा हुआ।