विशाखापत्तनम, 10 सितंबर
भारतीय सेना और राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) मंगलवार को आंध्र प्रदेश के काकीनाडा जिले में बचाव और राहत कार्यों में शामिल हो गए, जबकि उत्तरी तटीय क्षेत्र में भारी बारिश के कारण गांवों में पानी भर गया और हजारों एकड़ से अधिक फसल बर्बाद हो गई।
भारतीय सेना का राहत दस्ता, जो पिछले कुछ दिनों से बाढ़ प्रभावित विजयवाड़ा में तैनात था, काकीनाडा चला गया है।
राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की दो टीमें भी विजयवाड़ा से काकीनाडा चली गई हैं।
राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की टीमों को काकीनाडा और उत्तरी तटीय आंध्र के अन्य बाढ़ग्रस्त हिस्सों में भी तैनात किया जा रहा है।
पिछले दो दिनों में भारी बारिश के कारण काकीनाडा जिलों के आठ मंडलों (प्रशासनिक प्रभाग) में बाढ़ आ गई। येलेश्वरम जलाशय के द्वार खुलने के बाद राजुपालेम गांव के पास एलुरु नहर टूटने से बाढ़ आ गई।
काकीनाडा जिले में हजारों एकड़ से अधिक कृषि फसलें क्षतिग्रस्त हो गईं। येलेश्वरम, किरलमपुडी, पेद्दापुरम, गोलाप्रोलु और पिथापुरम मंडलों में कृषि क्षेत्र जलमग्न हो गए।
गोलाप्रुलु-पिठापुरम राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों ओर की कृषि भूमि जलमग्न हो गई। किरलमपुडी मंडल के राजुपालेम में एससी पेटा भी जलमग्न रहा।
मंगलवार को येलेश्वरम जलाशय में बाढ़ का स्तर थोड़ा कम हुआ। जलाशय में पानी का भंडारण इसकी पूरी क्षमता 24.11 टीएमसी के मुकाबले 23 टीएमसी था। जलाशय में प्रवाह 30,000 क्यूसेक था जबकि बहिर्वाह 22,000 क्यूसेक था।