नई दिल्ली, 20 सितम्बर
सरकार ने शुक्रवार को कहा कि भारत में डिजिटल भुगतान लेनदेन की संख्या वित्त वर्ष 2017-18 में 2,071 करोड़ से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 18,737 करोड़ हो गई, जो कि 44 प्रतिशत की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (सीएजीआर) है।
इसके अलावा, वित्त मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार, चालू वित्त वर्ष 2024-25 के पिछले पांच महीनों (अप्रैल-अगस्त) के दौरान लेनदेन की मात्रा 8,659 करोड़ तक पहुंच गई है।
लेनदेन का मूल्य 11 प्रतिशत की सीएजीआर पर वित्त वर्ष 24 में 1,962 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर 3,659 लाख करोड़ रुपये हो गया है। इसके अतिरिक्त, मंत्रालय के तहत वित्तीय सेवा विभाग (डीएफएस) के अनुसार, वित्त वर्ष 2025 के पिछले 5 महीनों में, कुल लेनदेन मूल्य बढ़कर 1,669 लाख करोड़ रुपये हो गया है।
इस बीच, वित्त वर्ष 2023-24 में यूपीआई लेनदेन की मात्रा 129 प्रतिशत सीएजीआर पर बढ़कर 13,116 करोड़ हो गई, जो वित्त वर्ष 2017-18 में 92 करोड़ थी। यूपीआई लेनदेन का मूल्य वित्त वर्ष 2017-18 में 1 लाख करोड़ रुपये से बढ़कर वित्त वर्ष 2023-24 में 200 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया, जो 138 प्रतिशत की सीएजीआर वृद्धि है।
पिछले 5 महीनों में कुल लेनदेन मूल्य बढ़कर 101 लाख करोड़ रुपये हो गया है। यूपीआई अब संयुक्त अरब अमीरात, सिंगापुर, भूटान, नेपाल, श्रीलंका, फ्रांस और मॉरीशस जैसे प्रमुख बाजारों सहित सात देशों में निर्बाध रूप से लाइव लेनदेन की सुविधा प्रदान करता है।