नई दिल्ली, 21 सितंबर
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) ने वित्त वर्ष 2015 में 145 कार्यालयों में अपने 15,529 कर्मचारियों के कल्याण के लिए 13.10 करोड़ रुपये खर्च करने की घोषणा की है, जिसमें अवकाश गृहों के लिए 74.37 लाख रुपये शामिल हैं।
ईपीएफओ के सर्कुलर के मुताबिक, केंद्रीय पूल (मृत्यु राहत कोष) के रूप में 2 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं।
बजट में छात्रवृत्ति के लिए 94.25 लाख रुपये शामिल हैं। जबकि अन्य गतिविधियों के फंड के लिए 1.88 करोड़। ओए-मेडिकल चेकअप के लिए आवंटित कल्याण निधि में 40 वर्ष से अधिक आयु के कर्मचारियों के लिए 3.97 करोड़ रुपये और 40 वर्ष से कम उम्र के कर्मचारियों के लिए 1.27 करोड़ रुपये शामिल हैं।
इसके अलावा, संगठन ने सभी कार्यालयों में स्मृति चिन्हों पर 1.26 करोड़ रुपये, सांस्कृतिक बैठकों पर 29 लाख रुपये और कैंटीन पर 61 लाख रुपये रखे हैं।
ईपीएफओ ने एक नए नियम की भी घोषणा की है जिसके तहत, जब कोई व्यक्ति नौकरी बदलता है, तो उसका पुराना भविष्य निधि (पीएफ) शेष स्वचालित रूप से नए नियोक्ता को स्थानांतरित कर दिया जाएगा।
केंद्रीय श्रम मंत्री मनसुख मंडाविया के अनुसार, ईपीएफओ सदस्य और ग्राहक अपने पीएफ खाते से 50,000 रुपये की पिछली सीमा के बजाय 1 लाख रुपये निकाल सकते हैं। सरकार ने अब नियमों को आसान बना दिया है और पीएफ खातों से एकमुश्त निकासी की सीमा बढ़ा दी है।