चंडीगढ़, 21 सितंबर
आम आदमी पार्टी (आप) के वरिष्ठ नेता और सांसद मलविंदर सिंह कंग ने आयुष्मान योजना को लेकर भाजपा अध्यक्ष व केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा के बयान पर पलटवार किया है। कंग ने भाजपा सरकार द्वारा पंजाब के साथ किए जा रहे भेदभाव पर अफसोस जताया और जेपी नड्डा को राज्य के रूके हुए विभिन्न फंडों की भी याद दिलाई।
शनिवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मलविंदर कंग ने कहा कि आयुष्मान भारत योजना के तहत कुल बकाया राशि 376 करोड़ रुपये में से 220 करोड़ रुपये केंद्र सरकार पर बकाया है। उन्होंने इस बात पर भी प्रकाश डाला कि केंद्र सरकार पंजाब के राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन (एनएचएम) ₹950 करोड़ रुपए के भी फंड रोक रखी है।
कंग ने कहा कि इन फंडों के अलावा मोदी सरकार पंजाब के ग्रामीण विकास फंड और मंडी विकास फंड भी रोक रखी है। आरडीएफ के ₹6,800 करोड़ और एमडीएफ के ₹177 करोड़ केंद्र सरकार पर बकाया है। उन्होंने कहा कि व्यापक विरोध के कारण मोदी सरकार को किसान विरोधी बिल वापस लेने के लिए मजबूर होना पड़ा, लेकिन अब वह पंजाब की व्यवस्थित मंडी प्रणाली को कमजोर कर रही है। बार-बार अनुरोध के बावजूद, केंद्र सरकार पंजाब के गोदामों से अनाज खाली नहीं कर रही है, जबकि नया धान जल्द ही मंडियों में आना शुरू हो जाएगा।
कंग ने इस बात पर जोर दिया कि आप सांसदों ने लगातार लोकसभा और राज्यसभा दोनों सदनों में पंजाब के बकाया फंड का मुद्दा उठाया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला कि केंद्र सरकार ग्रामीण विकास निधि और एनएचएम सहित विभिन्न केंद्रीय योजनाओं के तहत मिलने वाले पंजाब के 8,000 करोड़ रुपए से अधिक रोक रही है। कंग ने जेपी नड्डा से पूछा कि अगर केंद्र सरकार वास्तव में पंजाब के लोगों की परवाह करती है तो इतना महत्वपूर्ण फंड क्यों रोका जा रहा है?
भाजपा की एक और पंजाब विरोधी कार्रवाई का पर्दाफाश करते हुए कंग ने मीडिया से कहा कि केंद्र सरकार ने पीएसपीसीएल की कर्ज सीमा 50% कम कर दी है। उन्होंने जोर देकर कहा कि भाजपा ने लगातार पंजाब और पंजाब के किसानों के हितों के खिलाफ काम किया है और पंजाब की बकाया राशि जारी करने के बजाय, वे अपनी विफलताओं के लिए राज्य सरकार को दोषी ठहरा रहे हैं। कंग ने देश के स्वास्थ्य क्षेत्र में सकल घरेलू उत्पाद का 2.5% आवंटित करने के वादे पर खड़ा नहीं उतरने के लिए भी भाजपा की आलोचना की और कहा कि वास्तविकता बिल्कुल अलग है। एक प्रमुख अखबार ने बताया कि भाजपा की केंद्र सरकार स्वास्थ्य के मोर्चे पर पूरी तरह विफल रही है। स्वास्थ्य पर सकल घरेलू उत्पाद का 0.8% से भी कम खर्च किया जा रहा है।
कंग ने बताया कि दरअसल अपनी कमियों से ध्यान भटकाने के लिए भाजपा नेता वास्तविक मुद्दों को संबोधित करने के बजाय इस तरह के बयान दे रहे हैं। उन्होंने जोर देकर कहा कि आरोप-प्रत्यारोप के बजाय केन्द्र सरकार को पंजाब के सभी लंबित धनराशि तुरंत जारी करनी चाहिए ताकि राज्य का विकास सुनिश्चित हो सके।