चंडीगढ़, 4 फरवरी
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि सरकार सेना में युवाओं की भर्ती बढ़ाने पर जोर दे रही है।
राष्ट्रीय रक्षा महाविद्यालय के कमांडेंट एयर मार्शल हरदीप बैंस के नेतृत्व में यहां आए प्रतिनिधिमंडल से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि भारतीय सेना में देश की सेवा करने का पंजाब का गौरवशाली इतिहास रहा है।
उन्होंने कहा कि हालांकि अब यह रुझान कम हो गया है, लेकिन राज्य सरकार सेना में युवाओं की भर्ती को बढ़ावा देने के लिए उन्हें प्रोत्साहित कर रही है।
मान ने कहा कि सरकार द्वारा स्थापित माई भागो आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट और महाराजा रणजीत सिंह आर्म्ड फोर्सेज प्रिपरेटरी इंस्टीट्यूट तथा सी-पाइट सेंटर इस दिशा में सराहनीय काम कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि देश का अन्नदाता होने के साथ-साथ पंजाब को देश की तलवार की भुजा होने का गौरव भी प्राप्त है और यहां के लोग अपने साहस, लचीलेपन और उद्यमशीलता की भावना के लिए पूरी दुनिया में जाने जाते हैं।
उन्होंने कहा कि इस पवित्र भूमि के हर इंच पर महान गुरुओं, संतों, द्रष्टाओं और शहीदों के पदचिह्न हैं, जिन्होंने हमें "अत्याचार, अन्याय और उत्पीड़न का विरोध करने का रास्ता दिखाया है"।
मान ने यह भी कहा कि राज्य की पाकिस्तान के साथ 532 किलोमीटर लंबी सीमा है, जिसके कारण सशस्त्र बलों का समर्थन महत्वपूर्ण है।
प्रतिनिधियों का स्वागत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब को इस प्रतिनिधिमंडल की मेजबानी करते हुए खुशी हो रही है, जिसमें 15 अधिकारी शामिल हैं, जिनमें सेना, सिविल सेवाओं और मित्र देशों से ब्रिगेडियर और संयुक्त सचिव के समकक्ष रैंक के छह विदेशी प्रतिनिधि शामिल हैं, जो 7 फरवरी तक राज्य का दौरा करेंगे।
उन्होंने उम्मीद जताई कि यह दौरा प्रतिनिधियों को राज्य का दौरा करने और सामाजिक-राजनीतिक-आर्थिक, सांस्कृतिक और धार्मिक पहलुओं की जांच करने का अवसर देगा।
इसी तरह, मान ने कहा कि यह दौरा प्रतिनिधियों को राज्य स्तर और गांव स्तर तक प्रशासन, शासन और कानून व्यवस्था को लागू करने की चुनौतियों से भी अवगत कराएगा